राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन-NDA की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू और संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने मतदाताओं से अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने का आग्रह किया था। वह आवाज मुर्मू के पक्ष में काम कर गई। छत्तीसगढ़ में क्रॉस वोटिंग हुई है। कांग्रेस के दो विधायकों ने NDA की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया है।
राष्ट्रपति चुनाव में छत्तीसगढ़ से भी क्रॉस वोटिंग, कांग्रेस के दो विधायकों ने द्रोपदी मुर्मू को वोट दिया|रायपुर,Raipur – Dainik Bhaskar
राष्द्रपति चुनाव में द्रोपदी मुर्मू की बढ़त के साथ ही भाजपा में जश्न शुरू हो गया था। जीत की घोषणा के साथ प्रदेश भाजपा के सभी नेता थिरक उठे।
राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन-NDA की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू और संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने मतदाताओं से अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने का आग्रह किया था। वह आवाज मुर्मू के पक्ष में काम कर गई। छत्तीसगढ़ में क्रॉस वोटिंग हुई है। कांग्रेस के दो विधायकों ने NDA की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया है।
छत्तीसगढ़ में 90 विधायक हैं। इसमें अकेले कांग्रेस के पास 71 विधायक हैं। भाजपा के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के तीन और बहुजन समाज पार्टी के 2 विधायकों को मिलाकर विपक्ष के वोटों की संख्या 19 होती है। राष्ट्रपति चुनाव के फार्मुले के मुताबिक यहां एक विधायक के वोट का मूल्य 129 होता है। इस चुनाव में कांग्रेस ने यशवंत सिन्हा का समर्थन किया था। वहीं भाजपा, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बसपा ने द्रोपदी मुर्मू का समर्थन किया था। इस मान से कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 9 हजार 159 वोट मिलने चाहिए थे। वहीं द्रोपदी मुर्मू को केवल 2 हजार 451 वोट। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। गुरुवार को मतगणना पूरी हुई तो सामने आया कि द्रोपदी मुर्मू को 2 हजार 709 वोट यानी 21 विधायकाें का समर्थन मिला। वहीं यशवंत सिन्हा को 8 हजार 901 वोट यानी केवल 69 विधायकों का समर्थन मिला। क्रॉस वोटिंग की बदौलत द्रोपदी मुर्मू को विपक्ष के सभी 19 विधायकों के अलावा सत्ताधारी कांग्रेस के भी दो विधायकों का वोट मिल गया है।
क्रॉस वोटिंग पर पार्टी में चुप्पी
विधानसभा चुनाव से एक साल पहले राष्ट्रपति चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग से कांग्रेस में खलबली मची हुई है। संगठन के शीर्ष नेताओं के तमाम दावों के बावजूद भाजपा उनके खेमे में सेंध लगाने में कामयाब रही है। इस हालात को लेकर संगठन नेतृत्व ने चुप्पी साध ली है। प्रदेश संगठन के एक शीर्ष पदाधिकारी ने बताया, कुछ दिनों में क्रॉस वोटिंग करने वाले का भी पता चल जाएगा।
जनजातीय इलाकों में हुई थी तगड़ी घेराबंदी
पहली आदिवासी राष्ट्रपति देने के नाम पर भाजपा ने जनजातीय इलाकों में कांग्रेस विधायकों की तगड़ी घेराबंदी की थी। केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम को व्यक्तिगत तौर पर पत्र लिखकर समर्थन मांगा था। ग्रामीण इलाकों में सामाजिक संगठनों के जरिए विधायकों पर दबाव बनाया गया था। आशंका जताई जा रही है कि क्रॉस वोटिंग की वजह यह दबाव भी हो सकती है।
मुख्यमंत्री ने दी जीत की बधाई, भाजपा में जश्न
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने द्रौपदी मुर्मू को देश की 15वीं राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा, भारत गणराज्य के संवैधानिक संरक्षक के रूप में आपके हाथों में देश के नागरिकों के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का गौरवशाली इतिहास सुरक्षित रहेगा। इधर भाजपा में जश्न का माहौल है। भाजपा नेताओं ने पार्टी कार्यालय से सड़क तक ढोल-नगाड़ों के साथ जीत की खुशी मनाई। गांवों में मिठाइयां बांटी गई। आतीशबाजी हुई। भाजपा इस जीत को आदिवासी क्षेत्रों में भुनाने के लिए कई दिन पहले ही कार्यक्रम बना चुकी है।