नवापारा राजिम। सावन जिसे भगवान शिव का मांस कहा जाता है।सावन का पवित्र महीना प्रारंभ हो गया है वही शिव भक्तों का सैलाब शिवालयों में उमडने लगा है । त्रिवेणी संगम के मध्य में विराजमान लोगों की श्रद्धा, आस्था व विश्वास का केंद्र अंचल के प्रसिद्ध श्री कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर जाने वाले मुख्य मार्ग में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं जिसमें इन दिनों बारिश का पानी भरा हुआ है जो कि तालाब का रूप ले चुका है। जिससे श्रद्धालुओं को मंदिर आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है वहीं जनप्रतिनिधियों की चुप्पी समझ से परे है । यह श्री कुलेश्वर महादेव जाने का मुख्य मार्ग में से है। यहां पर पानी निकासी के लिए नाली नहीं है जिसकी वजह से गड्ढों में पानी भरा रहता है। इन गड्ढों की वजह से ऐसे में अगर कोई बड़ी दुर्घटना घटती है तो इसके लिए जिम्मेदार आखिर कौन रहेगा..? क्या प्रशासन को किसी बड़ी घटना का इंतजार है शिव भक्तों को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही है। खासकर महिलाओं को मंदिर आने जाने में काफी दिक्कतें हो रही है। दो पहिया व चार पहिया वाहन भी बड़ी मुश्किल से गुजर पाते हैं। निकट में ही प्राकृतिक सौंदर्य से हरा-भरा ब्रह्माजी के मानस पुत्र श्री लोमस ऋषि का आश्रम है जोकि राम वन गमन परिपथ के अंतर्गत आता है। यहां पर लोग बड़ी श्रद्धा लेकर पहुंचते हैं। पूरे सावन भर यहां पर सामाजिक जनों के द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन शिव भक्तों , कांवरियों के लिए किया जाता है।