देय तिथि से 12 प्रतिशत महंगाई भत्ता की मांग और सातवां वेतनमान के आधार पर गृह भाड़ा भत्ता की मांग को लेकर जिला दुर्ग में नवीन शिक्षक संघ, शालेय शिक्षक संघ, छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के द्वारा २५ जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल का आज तीसरा दिन जिला स्तर पर जिलाधीश के माध्यम से मुख्यमंत्री जी , मुख्य सचिव महोदय रायपुर छत्तीसगढ़ को ज्ञापन सौंपा गया सर्वप्रथम इस तृतीय दिवस में पर मानस भवन दुर्ग में सभी विकासखंड के शिक्षक शिक्षिका एकत्र हुए तथा वहां सभा को संबोधित करते हुऐ नवीन शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विकास राजपूत जी ने कहा कि यह लड़ाई हमारे अधिकार की लड़ाई है जिसको हम लेकर रहेंगे इसके लिए हम सभी ने ज्योति जला दिया है समय रहते अगर शासन ने हमारी मांग को नहीं माना तो यह ज्वाला बन जाऐगी एक ओर जब विधायकों का वेतन बिना रोक-टोक बढ़ाया जा सकता है तो वही जब कर्मचारियों की अधिकार की बात आती है तब शासन मौन हो जाता है आज जो अधिकारी कर्मचारियों में रोष का माहौल है तो उसके लिए जवाबदार सिर्फ और सिर्फ सरकार है , वही नवीन शिक्षक संघ के प्रदेश सह सचिव तथा बस्तर संभाग संयोजक राजेश शुक्ला जी ने बयान जारी करते हुए कहा एक ओर सरकार जब अपने तथा विधायकों के वेतन वृद्धि की बात आती है तब बिना किसी देरी के वेतन को बढा दिया जाता है और जब कर्मचारियों का डीए व एच आर ए देने की बात आती है तब कमेटी का गठन किया जाता है यह संभवता पुरे देश की मात्र ऐसे सरकार है जो डीए तथा एच आर ए के लिए कमेटी बनाती है जबकि यहां सतत प्रक्रिया है हमने पूर्व में भी शासन प्रशासन को ज्ञापन ,धरना की माध्यम से कई बार अवगत कराया है लेकिन सरकार खुद नहीं चाहती कि कर्मचारी को उनका अधिकार मिले आज जो छत्तीसगढ़ की स्थिति है जिस प्रकार कर्मचारियों में निराशा है और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने बाध्य है तो उसका प्रमुख कारण सरकार की हठधर्मिता है साथ ही साथ श्री शुक्ला जी ने सभी कर्मचारियों संगठन से पून: आग्रह किया है की अभी संगठन अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल हो तथा अपने अधिकार की लड़ाई लड़ें । इस अवसर पर
जिलाध्यक्ष संजीव मानिकपुरी, गिरीश साहू, दुष्यंत कुंभकार, लिखन लाल भूआर्य, बलदाऊ राम पटेल , हेमराय पटेल,अनुराधा अलवणी, धीरजा चौधरी, छाया सिंह, सुनयना शुक्ला, माधु तिवारी,दीपिका पाल ,हेमलता गजभिऐ,वीणा कोसरे, भारती गुप्ता, बिल्किस मैम, संतोष शर्मा ,शिवम दिक्षित आदि हजारों के संख्या में शिक्षक शिक्षिकाओं की उपस्थिति थी सभा उपरांत मानस भवन से रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचकर, मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।