नवापारा (राजिम) – समीपस्थ ग्राम पारागांव में छत्तीसगढ़ शासन के प्रतिबंध के बावजूद पिछले कई दिनों से रात के अंधेरे में जेसीबी की सहायता से नदी तट से रेत का उत्खनन का परिवहन किया जा रहा था . बुधवार-गुरुवार की मध्य रात्रि पारागांव की उपसरपंच श्रीमती दुलारी बाई देवांगन को जानकारी मिली कि ग्राम की नर्सरी से लगे नदी तट से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है . इस सूचना के बाद उपसरपंच देवांगन अपने कुछ सहयोगी पंचों यशोदा देवांगन, गीता साहू, राधिका बाई और ग्रामवासियों के साथ मौके पर पहुंची, जहां जेसीबी की सहायता से धड़ाधड़ रेत का उत्खनन कर वहां मौजूद हाईवा में लोड किया जा रहा था . उपसरपंच और अन्य लोगों को देखकर जेसीबी चालक और एक हाईवा का चालक जेसीबी व हाईवा को लेकर मौके से भाग निकले . जबकि मौके पर मौजूद 3 हाईवा, जिसमें से एक में रेत भरी हुई थी, को लोगों ने पकड़कर थाना गोबरा नवापारा के पेट्रोलिंग टीम को सूचना दे दी, जिसके बाद पेट्रोलिंग टीम ने मौके पर पहुंचकर तीनों हाईवा को अपने संरक्षण में लेकर थाना ले आई . पकड़े गए तीनों हाईवा का नंबर सीजी 04 एनयू 6547, सीजी 04 एमएस 2052 और सीजी 04 एलएन 6528 है . इस संबंध में गोबरा नवापारा थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंह श्याम ने बताया कि खनिज उत्पादों के अवैध उत्खनन व परिवहन पर कार्रवाई करने का अधिकार खनिज विभाग को है, लिहाजा उनके द्वारा इस संबंध में कार्रवाई करने हेतु खनिज विभाग रायपुर के साथ पत्राचार किया जाएगा . मालूम हो कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 10 जून से 15 अक्टूबर तक रेत के उत्खनन पर प्रतिबंध लगाया गया है .
यहां बताना जरूरी है कि अभनपुर क्षेत्र में रेत और मुरूम का लगातार अवैध उत्खनन कर परिवहन बदस्तूर जारी है . विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। खनिज निरीक्षक जागृत गायकवाड़ को, लोगों द्वारा क्षेत्र में हो रहे रेत और मुरूम के अवैध उत्खनन व परिवहन की जानकारी देने, जब कभी भी फोन लगाया जाता है तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया जाता . ऐसे में लोगों ने उनके स्थानांतरण की मांग है . इस दिशा में रायपुर खनिज विभाग के उपसंचालक से संपर्क करने पर उन्होंने पारागांव में पकड़े गए हाईवा मामले में कार्रवाई करने की बात कही है .