छत्तीसगढ़ की भारतीय जनता पार्टी लगातार कांग्रेस सरकार पर तबादले के जरिए पैसे कमाने के आरोप लगाती रही है। जिसको लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अब विपक्ष को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि,पैसे कमाने के लिए नहीं बल्कि व्यवस्था सुधारने के लिए तबादला किया जाता है। दरअसल, प्रदेश सरकार तबादला नीति लेकर आ रही है, जिसमें अधिकारियों की जरूरत, गुण दोष के आधार पर कब किसका कहां ट्रांसफर किया जाना है इसको लेकर चर्चा के बाद सहमति बनाई जाएगी। तबादले को लेकर 05 सदस्यीय कमेटी भी बनाई गई है जो सीएम को रिपोर्ट सौपेंगी । आपको बताते चले कि समिति की 02 बार बैठक भी हो चुकी है । लेकिन, अभी तक सीएम को रिपोर्ट नहीं सौंपा गया है ।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय समेत तमाम बड़े नेता कहते रहे हैं कि तबादलों के जरिए अफसरों से रुपयों की उगाही की जाती है। जिसको लेकर भूपेश बघेल ने कहा कि, 15 साल तक भाजपा की सरकार क्या की है, लगता है यह वही बता रहे हैं जो खुद 15 सालों तक करते रहे हैं। भाजपाइयों को सपने में भी पैसा दिखाई देता है इसलिए ऐसी बातें करते हैं।
इसलिए भी बन रही तबादला नीति
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने भी इस मामले में कहा कि पहली बार है जब कांग्रेस की सरकार ने व्यवस्थित ढंग से तबादले करने को लेकर कोई नीति बनाने पर काम किया है। इससे पहले 15 सालों तक भाजपा ने इस ओर ध्यान नहीं दिया कई बार कर्मचारियों की पारिवारिक समस्याओं , जरूरतों की वजह से भी तबादला किया जाना जरूरी होता है । प्रशासनिक व्यवस्था बेहतर हो सके इस दिशा में कांग्रेस सरकार काम कर रही है।
हो सकते हैं तबादले?
सूत्र के माने तो 15 अगस्त से लेकर 30 अगस्त तक ट्रांसफर को लेकर आवेदन मंगाए जाएंगे । उसके बाद 01 सितंबर से 15 सितंबर तक तबादला होगा ।