नवापारा राजिम। सदर रोड स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर में आज पार्श्वनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक महोत्सव अत्यंत ही हर्षोल्लास पूर्वक स्थानीय दिगंबर जैन समाज द्वारा मनाया गया। नगर के इतिहास में पहली बार 24 तीर्थंकरों को 24 मंदिरों में विराजमान कर 24 सौंधर्म इंद्रो ने अपने शीश पर विराजमान कर नगर के मुख्य मार्ग का भ्रमण कर भव्य व आकर्षक शोभा यात्रा निकाली 24 तीर्थंकरों की शोभायात्रा की भव्यता देखकर लोग अचंभित रह गए। छत्तीसगढ़ दिगंबर जैन समाज की यह इस प्रकार की श्री जी की शोभायात्रा पहली बार निकाली गई है। इस पावन अवसर पर समूचा जैन समाज उमड़ पड़ा। कार्यक्रम स्थल जैन भवन में 24 तीर्थंकर एक साथ पहुंचे तो श्री जी के जयकारों से समूचा गगन मंडल भवन गुंजायमान हो गया। तत्पश्चात 24 जिन प्रतिमाओं को समोसारण में विराजमान किया गया। सम्मेद शिखर सिद्ध क्षेत्र जहां भगवान पार्शनाध जी की को आज से
3500वर्ष पूर्व मोक्ष प्राप्त हुआ था. उसकी कृत्रिम रचनाकर स्वर्ण भद्र कूट पर भगवान के समोसरण की रचना कर श्री जी की प्रतिमा विराजमान कर सौधर्म इंद्र बने निशांत चौधरी ,अंकित चौधरी ,अनुज चौधरी, श्रेणिक चौधरी ने शांति धारा अभिषेक करने का सौभाग्य प्राप्त किया। स्वर्ण कलश से द्वितीय अभिषेक प्रमोद आशीष आलोक परिवार, तृतीय अभिषेक खूबचंद, अशोक कुमार परिवार छूरा, चतुर्थ अभिषेक सनत साकेत चौधरी परिवार को प्राप्त हुआ। 24 समोशरण के 24 सौंधर्म इंद्रो के द्वारा श्री जी का अभिषेक शांतिधारा करके पार्श्वनाथ भगवान का पूजन कर निर्वाण लाडू चढ़ाया गया स्वर्ण भद्र कूट पर निर्माण लाडू चढ़ाने का सौभाग्य अनिता किशोर सिंंघई अमित अग्रिम सिंघई, परिवार को प्राप्त हुआ ,।द्वितीय निर्माण लाडू कामिनी चौधरी अभय चौधरी परिवार द्वारा एवं तृतीय निर्वाण लाडू डॉ राजेंद्र गदिया अर्पण गदिया परिवार को प्राप्त हुआ। समोसरण में दीप प्रज्वलन करने का अवसर संजय पाटनी ,प्रफुल्ल पाटनी परिवार को प्राप्त हुआ। गणिनी आर्यिका सौभाग्य मति माताजी को शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य श्री पंकज पीयूष राजकुमार जैन परिवार को एवं पाद प्रक्षालन करने का सौभाग्य ममता सुरित समीर जैन परिवार को मिला। आज संघ की छोटी माताजी आर्यिका संक्षेपमती माताजी का दीक्षा दिवस का अवसर भी था। संक्षेप मति माताजी को शास्त्र भेंट करने का सुअवसर संजय प्रफुल्ल पाटनी परिवार को मिला, समोसरण की आरती करने का सौभाग्य आशीष कुमार नीरज कुमार गंगवाल परिवार को प्राप्त हुआ,अध्यक्ष किशोर सिंघई ने सभी सौधर्म इंद्रोका सम्मान किया ।
आर्यिका संक्षेपमति माताजी ने गणणी आर्यिका सौभाग्य मति माताजी के द्वारा दीक्षा प्रदान दिवस पर कहां,गुरु मां ने दीक्षा प्रदान कर हमें धन्य कर मोक्ष मार्ग पर चलने की राह दिखाई।
माताजी ने कहा जन्म दात्री मां तो केवल जन्म देती है परंतु गुरु शिक्षा दीक्षा देकर हमारे ऊपर महान उपकार करते हैं, हमें संस्कार प्रदान कर मोक्ष मार्ग कि राह दिखाते हैं। मोक्ष मार्ग अगर कोई दिखा सकता है तो वह गुरु ही है। गुरु मां ने मुझे दीक्षा देकर जो उपकार किया उसी मै जीवन भर नहीं भूल सकती। गणिनी आर्यिका सौभाग्य मति माताजी ने आर्यिका संक्षेप मति माताजी को वर्ष 2017 में केसरिया ऋषभ नाथ राजस्थान में दीक्षा दी।
मति माताजी ने अपने उद्बोधन में कहा कि उपसर्गों को जीतने वाला पारसनाथ बनता है। पार्श्वनाथ स्वामी पर कमठ ने घोर उपसर्ग किया परंतु पार्श्वनाथ जी ने उपसर्गों को सहते हुए केवल ज्ञान प्राप्त किया और आज के दिन मोक्ष प्राप्त कर सिद्धालय में विराजमान हो गए इस जन्म मरण के दुखों को हमेशा के लिए दूर कर दिया, जो जितना उपसर्गों को जितना सहन करता है उसकी प्रसिद्धि उतनी बढ़ती है, भगवान रामचंद्र ने 14 वर्षों का वनवास किया और प्रसिद्ध हो गए।
माताजी ने कहा हमेशा अच्छे कार्य करने वालों पर ही उपसर्ग आते हैं जो उपसर्गों को सहकर अपने पथ पर आगे बढ़ता है वही अपने लक्ष्य को प्राप्त करता है। हम आज भगवान से विनती करें कि हे भगवान जिस प्रकार से आपने उपसर्गों को सहकर लक्ष्य प्राप्त किया हमें भी इतनी शक्ति प्रदान करना कि हम भी अपना लक्ष्य प्राप्त कर सके।
मनुष्य गलती का पुतला है पर गलती को क्षमा करना ही मानव स्वभाव होना चाहिए हमें अपने मन को बदल लेना चाहिए अपनी वैमनस्यता को छोड़कर एकजुट होकर कार्य करना चाहिए तभी अपने लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं।
माताजी ने सभी को आशीर्वाद देते हुए कहा आज के इस उत्सव को महा महोत्सव बनाने में जो आप लोगों ने सहयोग किया वह प्रशंसनीय है। सभी मंडल कमेटी चातुर्मास समिति गुरु भक्त मंडल सभी को आशीर्वाद दिया।
महिला मंडल ने आज के महोत्सव में निर्माण लाडू बनाने का असीम पुण्य कार्य किया। मंडल द्वारा निर्वाण लाडू प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें प्रथम स्थान प्रियंका रवि जैन,द्वितीय स्थान अभिलाषा शशिकला जैन, तृतीय स्थान अनीता जयकुमार जैन एवं प्रतिभा राजकुमार जैन परिवार ने प्राप्त किया, प्रतियोगिताओं में पुरस्कार राजेश सिंघई द्वारा प्रदान किया गया। उक्त जानकारी अध्यक्ष किशोर सिंघई ने प्रदान की।