नगर पंचायत राजिम का एक बड़ा मामला सामने आया है। नगर पंचायत के सभी कांग्रेसी पार्षदों सहित एल्डरमेनों ने नगर पंचायत राजिम के सभागार में आयोजित परिषद की बैठक का बहिष्कार कर दिया है। सभी पार्षदों का कहना है कि परिषद की बैठक में राजिम के विकास के मुद्दों संबंधी कार्यों को कार्य योजना में शामिल नहीं किया जाता है। राजिम में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है और इस संबंध में बैठक में चर्चा ना होना आज के इस परिषद की बैठक के बहिष्कार का मुख्य कारण है।विधायक प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित राकेश मांड्रे ने मंगल भवन का मुद्दा उठाते हुए कहा की राजिम के मंगल भवन का निर्माण कई सालों से अधूरा पड़ा हुआ है काम पूरा नहीं होने के बाद भी ठेकेदार को पूरा भुगतान कर दिया गया है। ऐसी क्या साजिश है की मंगल भवन को बनने नहीं दिया जा रहा है। क्या यहां कुछ लोगों का मैरिज पैलेस है तो उनको लाभ पहुंचाने के लिए मंगल भवन बनने नहीं दिया जा रहा है क्या? यह पूरी तरह से षडयंत्र का विषय है। विधायक निधि के तहत स्वीकृत कार्य अधूरे पड़े हुए हैं। जब इस संबंध में कार्य प्रगति की जानकारी मांगी जाती है तो जानकारी नहीं दी जाती। पार्षदों को विश्वास में लेकर काम नहीं किया जा रहा है। नगर पंचायत राजिम के एल्डरमैन गिरीश राजधानी का कहना है कि हमें नगर पंचायत के विकास के लिए यहां पर चुना गया है हम सब के द्वारा राजिम के विकास के संबंध में पिछले 4 से 5 बैठकों में विकास के मुद्दे को चर्चा में शामिल की जाने की बात की जा रही है। जिसमें राजिम के बस स्टैंड का निर्माण, बस स्टैंड के शिवाजी चौक में जलभराव की समस्या, नाली में नालियों की निर्माण मुख्य विषय है।
नगर पंचायत अध्यक्ष सहित सीएमओ को हर बार इस विषय को संज्ञान में लाने के बावजूद इन पर चर्चा नहीं की जाती। यह कह कहकर बात टाल दिया जाता है कि यह आज के एजेंडे का विषय नहीं है। राजिम के विकास की उपेक्षा की जा रही है, जो बर्दाश्त करने लायक नहीं है। पार्षदों से बिना सलाह लिए एजेंडे और कार्य तय किए जाते हैं जो उचित नहीं है। इसी कारण आज हम सबने के परिषद की बैठक का बहिष्कार किया है। परिषद की बैठक का नगर पंचायत उपाध्यक्ष का रेखा कुलेश्वर साहू, अरविंद यदु, एल्डरमैन गिरीश राजानी, एल्डरमैन रामानंद साहू, ताराचंद मेघवानी, विधायक प्रतिनिधि राकेश मांड्रे द्वारा बहिष्कार किया गया।