राजिम :धर्म नगरी राजिम पर बनाए गए लक्ष्मण झूला को अभी कुछ ही दिन हुए थे और लक्ष्मण झूला बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। राजिम में बने लक्ष्मण झूले को क्षतिग्रस्त होने के कारण पूर्णतः बंद कर दिया गया है। आपको बता दें कि इसी साल महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा इस लक्ष्मण झूले का लोकार्पण किया गया था। उद्घाटन होने के पहले ही साल में 6 महीने के भीतर पुल के क्षतिग्रस्त हो जाना बड़े ही ताज्जुब की बात है। लोग आश्चर्यचकित हैं कि इतना नया पुल आखिर कैसे क्षतिग्रस्त हो गया। श्रावण मास में लक्ष्मण झूले से होकर तकरीबन 25 लाख श्रद्धालु पहुंचकर पूजा-अर्चना कर चुके हैं। हर दिन लगभग 50 से 80 हजार के बीच श्रद्धालु भगवान कुलेश्वर महादेव के दर्शन को पहुंच रहे थे। बताया जाता है कि लक्ष्मण झूला की क्षमता 10000 लोगों के आने-जाने की है लेकिन जिस तरह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी लक्ष्मण झूले में इस से 2 गुना लोग एक साथ आना जाना कर रहे थे। आपको बता दें कि राजिम एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है और यहां तीन नदियों का संगम है। जिस पर बरसात के समय बाढ़ का विहंगम दृश्य देखने को लोगों को मिलता है और इस दरमियान बाढ़ देखने के लिए लोग लक्ष्मण झूला पहुंच रहे थे। झूले में ज्यादा हिलाव होने लगा। सस्पेंशन में ज्यादा खिंचाव की सूचना जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को मिली। अधिकारी हरकत में आए और लक्ष्मण झूले को बंद कर दिया ।
मरम्मत होने तक अभी आने जाने में रहेगा प्रतिबंध: कार्यपालन यंत्री..
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन मंत्री का कहना है कि अभी मरम्मत कार्य पूर्ण होने तक लक्ष्मण झूला में लोगों का आना जाना पूर्णता बंद रहेगा। झूले की मरम्मत समय-समय पर की जाती है। सावन मास में क्षमता से ज्यादा लोग आना-जाना किए थे इस कारण भी मरम्मत का काम कराया जाना आवश्यक हो गया है। लोगों के आने-जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।