रायपुर। क्षेत्र के शासकीय पण्डित श्यामाचरण शुक्ल महाविद्यालय के हिंदी विभाग में नवगठित हिंदी साहित्य परिषद के सदस्यों का मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार व संकेत साहित्य समिति के संस्थापक व अध्यक्ष डॉ.माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ की उपस्थिति में संस्था के प्राचार्य डॉ. शबनूर सिद्दीकी ने शपथ दिलाया। इस अवसर पर शपथ दिलाते हुए प्राचार्य ने हिंदी विभाग व परिषद के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों को शुभकामना देते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि पद केवल प्रतिष्ठा के लिए बस न हो बल्कि पूरे मनोयोग और ईमानदारी से विभाग और महाविद्यालय के हित में कार्य भी करना है।
हिंदी के विभागाध्यक्ष डॉ सी.एल. साहू ने परिषद का सदा सहयोग करने का आश्वाशन देते हुए सभी पदाधिकारियों को विभाग व महाविद्यालय के समस्त साहित्यिक कार्यक्रमों में सहयोग करने का आह्वाहन किया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित साहित्यकार डॉ माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ ने ‘हिंदी में नवगीत लेखन की परंपरा’ विषय पर सारगर्भित व्यख्यान दिया।उन्होंने विद्यार्थियों को नवगीत व अन्य गीतों के मध्य अंतर स्पष्ट करते हुए नवगीत लेखन की शुरुआत से लेकर वर्तमान में नवगीत लेखन के बारे में विस्तार से बताया साथ ही अपने नवगीत का सस्वर पाठ भी किया। कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग के प्राध्यापक श्रीमती कल्पना पांडेय ने किया। इस अवसर पर साहित्य परिषद के अध्यक्ष तोरण वर्मा, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश यादव,सचिव मोनिका साहू, उपसचिव प्रियंका साहू ,सदस्य- ज्योति साहू,लक्ष्मी नेताम, नेहा बंजारे,राखी पटेल तथा प्रथम व तृतीय सेमेस्टर के सभी छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे।