बता दे कि 9 सितंबर को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा रायपुर पहुंच रहे हैं। नड्डा रायपुर में तीन दिनों तक रहेंगे। उनके स्वागत के लिए भाजपा ने जोरदार तैयारियां कर रखी है। सांसद विधायक जेपी नड्डा के स्वागत को लेकर अपनी अपनी टीमों की बैठक ले रहे हैं और सभी को अलग-अलग जिम्मेदारियां बांटी गई हैं। नड्डा इस दौरान प्रदेश के संगठन के नेताओं, विधायकों, सांसदों की बैठक भी लेंगे।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक जेपी नड्डा के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर दो हजार से ज्यादा लोग जुट सकते हैं। भीड़ को मैनेज कर सकें इसका इंतजाम बीजेपी जिला प्रशासन के साथ मिलकर कर रहा है। बड़ी तादाद में कार्यकर्ता एयरपोर्ट पर जमा हो सकते हैं। 1000 से अधिक बाइक सवार भाजपा युवा मोर्चा के नेता एयरपोर्ट से शहर तक नड्डा का स्वागत करते हुए रवाना होंगे। स्थानीय स्तर पर सांस्कृतिक नृत्य करने वाले कलाकारों का भी बंदोबस्त किया गया है। ये कलाकार छत्तीसगढ़ी संस्कृति के नृत्य पेश करते हुए पारंपरिक आदिवासी वाद्य यंत्रों के साथ जेपी नड्डा का अभिनंदन करेंगे।
बड़ा कार्यकर्ता सम्मेलन
9 सितंबर को ही जेपी नड्डा प्रदेश स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम फिलहाल इनडोर स्टेडियम में तय है। पार्टी सूत्रों ने बताया एक दो दिनों सारे कार्यक्रमों को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। यह कार्यकर्ता सम्मेलन छत्तीसगढ़ में 2023 के चुनावों के लिहाज से सबसे अहम हो सकता है।
बूथ स्तर के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे नड्डा
बूथ स्तर यानी कि छोटे-छोटे मोहल्लों में सक्रिय भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से भी नड्डा मुलाकात करेंगे। प्रदेश के तमाम बूथों से अध्यक्षों को भी रायपुर आने का बुलावा भेजा गया है। सम्मेलन में बूथ अध्यक्षों के अलावा मंडल मोर्चा प्रकोष्ठ प्रदेश स्तर जिला स्तर जिला स्तर प्रदेश स्तर के भी तमाम नेता मौजूद रहेंगे। पार्टी को आगे किस दिशा में बढ़ना है इसकी जानकारी नड्डा खुद कार्यकर्ताओं को देंगे।
संघ का संग
अगले दिन रायपुर में होने जा रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बड़ी बैठक में भी नड्डा शामिल होंगे। एयरपोर्ट के ठीक सामने बने जैन मानस भवन में यह बैठक होने जा रही है। इस बैठक के लिए 3 दिनों के लिए खुद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत रायपुर पहुंच रहे हैं। संघ की बैठक में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मोहन भागवत के संग रहेंगे ।
बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक की यह बैठक संघ के 37 अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ होने जा रही है। इसे समन्वय बैठक का नाम दिया गया है। संगठनों और संघ के बीच समन्वय इस बैठक का मुख्य एजेंडा है। देशभर में सियासी हालातों पर संघ अपनी राय रखेगा। माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में आगामी चुनावों को लेकर भी भाजपा किस दिशा में काम करेगी इसी बैठक में तय होगा।