नवापारा राजिम ।अनन्यलोक कल्याण समिति द्वारा अभनपुर के आदिवासी भवन में संचालित दिव्यांग ,मूक बधिर पराश्रित एवं नेत्रहीन बच्चों की संस्था नेकी की कुटिया में अंतर्राष्ट्रीय हिंदी दिवस बड़े ही जोर शोर के साथ मनाया गया। इस अवसर पर भारत माता एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्चलित किया गया। संस्था की संचालिका योशिता गोस्वामी ने हिंदी दिवस पर कहा कि आजादी की लड़ाई में हिंदी भाषा का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। हिंदी की बदौलत ही हमने यह सुंदर आजादी पाई है तभी तो हम आजादी की वजह से आजादी की 75 वर्षगांठ अमृत महोत्सव के रूप में बड़े ही गर्व व बड़ी शानो शौकत के साथ मना रहे हैं। हिंदी भाषा भारत की राजभाषा है। 14 सितंबर 1949 को हिंदी भाषा भारत की राजभाषा बनी ।भारत में 70% से ज्यादा लोग हिंदी भाषा को बोलते व समझते हैं। संस्था की अनामिका गोस्वामी ने कहा कि हिंदी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य हिंदी के सम्मान और महत्व को लोगों तक पहुंचाना है।
हिंदी भाषा संसार भर में बोली जाने वाली चौथे नंबर की भाषा है ।संसार भर में 150 से भी अधिक विश्वविद्यालयों में हिंदी भाषा पढ़ाई जाती है। कल्पना गोस्वामी ने कहा कि हिंदी भाषा हरियाणा, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, चंडीगढ़ ,मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश राज्य की राजभाषा भी है। हमें इस भाषा का सम्मान करना चाहिए।आयशा देवांगन ने कहा कि हमारे देश की मातृभाषा हिंदी है लेकिन आज भी उसे बढ़ावा देने के लिए हिंदी दिवस मनाया जा रहा है जो कि चिंतनीय विषय है। इस अवसर पर संस्था की रेखा साहू सविता साहू, धानेश, सोनू निगम ,तुलसी, माहीं, चेतन ,ललिता तारक ,लिलेश्वरी ,गायत्री नेहा, राहुल, भावेश पटेल सहित अनेक बच्चे उपस्थित थे।