रायपुर-19.09.2022 (वि.सं.के.)। अपने राष्ट्र, धर्म, संस्कृति के लिए समर्पित व महात्मा रामचन्द्र वीर महाराज के चिरंजीव धर्माचार्य संतश्री धर्मेन्द्र महाराज आज पंचतत्व में विलीन हो गए हैं।
उनका जन्म 09 जनवरी 1942 को मालवाड़ा में हुआ।
प्रारम्भ से ही उनके वाणी में माँ सरस्वती विराजमान रही, प्रखर तेजस्वी वक्ता रहे। वे श्रीराम जन्मभूमि संघर्ष अभियान के प्रमुख पात्रों में से एक थे व विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय मार्गदर्शक मंडल में थे।
विगत कई दिनों से जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में उपचारार्थ भर्ती थे। उनका जीवन राष्ट्र, धर्म, संस्कृति के लिए समर्पित रहा। ऐसे महान श्रीसंत के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए भावपूर्ण संवेदना प्रकट करते हैं।
।। ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ।।