डेस्क। एसएस राजामौली की मेगा बजट RRR और विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स जैसी चर्चित फिल्मों को पीछे छोड़कर गांव के एक छोटे बच्चे पर केंद्रित गुजराती फिल्म छेल्लो शो ने ऑस्कर में एंट्री कर ली है। इस फिल्म को बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी के लिए चुना गया है। वैसे RRR और द कश्मीर फाइल्स के साथ-साथ फहद फाजिल की फिल्म मलयंकुंजू और साउथ एक्टर नानी की फिल्म श्याम सिंघा रॉय भी दौड़ में शामिल थी, लेकिन जब ज्यूरी ने छेल्लो शो को चुना तो बड़े-बड़े विश्लेषक चौंक गए। दरअसल, छेल्लो शो का ऐलान होने से पहले यह कयास लगाए जा रहे थे कि RRR या द कश्मीर फाइल्स को नॉमिनेट किया जाएगा, लेकिन अंतिम समय में पूरा 2 सीन ही बदल गया।
छल्लो शो का मतलब क्या है?
जो गुजराती हैं, वे तो जानते हैं, लेकिन आपको बता दें कि छेल्लो शो का मतलब होता है लास्ट फिल्म शो । छल्लो शो के डायरेक्टर पान नलिन हैं। यह गांव के एक छोटे बच्चे की कहानी है, जिसे फिल्मों से प्यार होता है। एक सिनेमा प्रोजेक्टर टेक्नीशियन की मदद से बच्चा फिल्में देखता है और इन फिल्मों के जरिए उसकी जिंदगी में बड़ा बदलाव आता है। एक तरह से यह पान लिन की ही सेमी ऑटोबायोग्राफी है । नलिन सौराष्ट्र के एक गांव में पले-बढ़े हैं। उन्हें फिल्मों से बेहद लगाव था।
ऑस्कर के लिए नॉमिनेट होने के बाद डायरेक्टर पान नलिन ने ट्वी किया, ‘यह किसी सपने की तरह है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया और एफएफआई जूरी मेंबर्स को धन्यवाद। छेल्लो शो पर विश्वास करने के लिए शुक्रिया। मैं अब फिर से सांस ले सकता हूं और सिनेमा पर विश्वास कर सकता हूं, जो लोगों को एंटरटेन और इंस्पायर करता है।’