कोरबा: बुधवार को कोरकोमा में धूमधाम के साथ विजयादशमी का पर्व मनाया गया। विगत वर्षों की भांति ग्राम पंचायत कोरकोमा की सरपंच रूपेश्वरी राठिया ने रावण के पुतले का दहन किया।
इस अवसर पर सरपंच रूपेश्वरी राठिया ने कहा कि हम अधर्म के रूम में रावण के पुतले का दहन कर रहे हैं। आज रावण के साथ साथ हमारे अंदर के रावण रूपी क्रोध, ईर्ष्या, अहंकार, अधर्म और असत्य को इसके साथ दहन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विजयादशमी का पर्व असत्य पर सत्य की जीत, अंधकार पर प्रकाश की जीत और अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व है। यह पर्व हमें अपने अहंकार तथा बुराई को समाप्त कर अच्छाई तथा सत्य की राह पर चलने की सीख देता है। जब तक हमारे समाज, आस-पास तथा स्वयं में जो बुराई है, वह समाप्त नहीं होगी तब तक हम और हमारा समाज आगे नहीं बढ़ पाएगा। इसलिए समाज में अहंकार, बुराई तथा असत्य के प्रतीक रावण का नाश जरूरी है, तभी हम और हमारा समाज आगे बढ़ पाएगा।
रावण दहन के बाद “रमला हरण” नाट्य लीला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत कोरकोमा की सरपंच रूपेश्वरी राठिया, नवदुर्गा उत्सव समिति के अध्यक्ष तेज राम राठिया, मार्गदर्शक भूपेंद्र राठौर, गोविंद प्रजापति, फागूराम पटेल, बेदराम, महेत्तरराम, घांसीराम, ईश्वर राठिया और समिति के कोषाध्यक्ष भूषण सोनी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन चंद्रेश चौधरी ने किया।