रायपुर: 21 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ से दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई हो गई है. इसकी आधिकारिक घोषणा मौसम विभाग ने कर दी हैं. मानसून की वापसी के साथ ही प्रदेश में उत्तर से शुष्क और ठंडी हवा आने के कारण न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट रहने की संभावना है. प्रदेश में मौसम शुष्क रह सकता है. दक्षिण पश्चिम मानसून की छत्तीसगढ़ से वापसी की सामान्य तिथि 15 अक्टूबर थी लेकिन इस बार मानसून की वापसी 6 दिन देर से हुई है.
प्रदेश का मौसम पूर्वानुमान: मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि “एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर अंडमान सागर और उससे लगे दक्षिण अंडमान सागर और दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी पर स्थित है. इसके साथ ही एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवात 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है. यह पश्चिम उत्तर पश्चिम की ओर आगे बढ़ते हुए प्रबल होकर अवदाब के रुप में 22 अक्टूबर को परिवर्तित होने की संभावना है. जिसके बाद यह और अधिक प्रबल होकर उत्तर उत्तर पूर्व की और मुड़ते हुए 23 अक्टूबर को गहरा और अवदाब के रूप में परिवर्तित हो सकता है. 24 अक्टूबर को चक्रवात के रूप में परिवर्तित होने के बाद यह उत्तर पूर्व की ओर आगे बढ़ते हुए पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के पास 25 अक्टूबर को ओडिशा तट को स्पर्श करते हुए पहुंचेगा. इस चक्रवात का नाम “सितरंग” थाईलैंड द्वारा घोषित नाम रहेगा. इस चक्रवात का असर प्रदेश में प्रारंभिक अनुमान के अनुसार ज्यादा नहीं रहेगा. जिसके कारण प्रदेश के कुछ हिस्सों में 24 से 26 अक्टूबर तक बादल छाए रहने के कारण न्यूनतम तापमान में फिर से एक बार वृद्धि हो सकती है.”