राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन के बाद विदेशी मेहमानों का अपने देश लौटने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया है।मंगोलियन देश के नर्तक दल के 10 प्रतिभागी ‘रायपुर बाय रायपुर बाय’ और अपने टूटी फूटी जुबान में छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ कहते हुए एयरपोर्ट से विदा हुए। उन्होंने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में मंगोलियन डांस ,जोरून जोरून, प्रस्तुत किया था।
समूह के मुखिया श्री इनखबोल्ड ने कहा छत्तीसगढ़ आना उनका अच्छा अनुभव रहा। मौका मिला तो दोबारा आएंगे। उन्हें पहली बार रायपुर आने का मौका मिला था वे हमेशा याद रखेंगे।
मिजोरम राज्य के 22 प्रतिभागी “बाय छत्तीसगढ़” कहते हुए विदा हुए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का अद्भुत आयोजन रहा। राज्य सरकार ने आवास, भोजन एवं सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की थी। यहां छत्तीसगढ़ी व्यंजन फरा उन्हें बहुत पसंद आया। वे छत्तीसगढ़ के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते थे।अब वे दोबारा यहां आने का प्रयास करेंगे।
वही त्रिपुरा राज्य के 15 प्रतिभागी रायपुर विवेकानंद एयरपोर्ट से लौटते हुए दल के सदस्य देवाशीष कहा कि “यहां चीला और फरा खाने का मौका मिला अब बढ़ सुघ्घर लगा”। उन्होंने इस आयोजन के लिए राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए रायपुर बाय-बाय और छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया कहते हुए विदा हुए।