कांकेर। कांकेर पुलिस ने नौकरी के नाम पर युवाओं से लाखों रुपए ऐठने वाले एक आरोपी गिरफ्तार किया है। यह आरोपी बस्तर फाइटर में भर्ती कराने के नाम पर युवाओं से 10 लाख रुपये लिया था। यह आरोपी नेताओं के साथ फोटो साझा कर युवाओं को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर अपने झांसे में लिया करता था।
मामला पंखाजूर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, पीवी 27 निवासी कमलेश पाल और उसके दो अन्य दोस्तों का बस्तर फाइटर की भर्ती परीक्षा में वेटिंग लिस्ट में नाम आया था। तभी तीनों का संपर्क पीवी 40 निवासी विश्वजीत देवनाथ से हुआ। विश्वजीत ने बताया कि चरोदा के भिलाई-3 निवासी हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी का मंत्रालय तक पहुंच है।
विश्वजीत ने बताया कि उसने भी अपने भतीजे और भांजी को फूड इंस्पेक्टर व क्लर्क ग्रेड-3 में नौकरी लगवाने के लिए चार लाख रुपये दिए हैं। कुछ दिन में ही मंत्रालजय से नौकरी लगाने का आदेश जारी हो जाएगा। विश्वजीत की बातों में आकर कमलेश पाल और उसके दोस्तों ने हुसैन रिजवी से संपर्क किया। उसके ठाठ देखकर झांसे में आ गए और अपने सारे दस्तावेज उसे सौंप दिए।
किसी और अफसर के हस्ताक्षर वाला दिया नियुक्ति पत्र
हुसैन रिजवी 14 सितंबर को पखांजूर आया और उनसे पांच लाख रुपये ले लिए। फिर फोन-पे के जरिए एक लाख रुपये और डलवाए। इसके बाद 25 सितंबर को कमलेश पाल को व्हॉट्सएप के जरिए नियुक्ति प्रमाण पत्र और आदेश की कॉपी भेज दी। दस्तावेजों पर उसने हस्ताक्षर देखे तो वह किसी और अफसर के थे। इस पर उसे ठगे जाने की आशंका हुई।
पुलिस ने ऐसे फंसाया
तीनों ने विश्वजीत से संपर्क किया तो उसे भी भांजे के नियुक्ति पत्र का फर्जी होना पता चला। इसके बाद उन्होंने थाने में एफआईआर दर्ज करा दी। इस बीच आरोपी फरार हो गया तब पुलिस ने झांसा दिया कि रेंजर पोस्ट के लिए एक व्यक्ति पैसा देने को तैयार है। बातों में आकर आरोपी भानुप्रतापपुर पहुंचा और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।