Home Uncategorized कला साहित्य के पुरोधाओं का हुआ सम्मान एवं अखिल भारतीय कवि सम्मेलन

कला साहित्य के पुरोधाओं का हुआ सम्मान एवं अखिल भारतीय कवि सम्मेलन

77
0

कुरुद(धमतरी)। प्रदेश स्तर पर साहित्य, कला, शिक्षा, संस्कृति, अध्यात्म, पत्रकारिता, समाजसेवा, स्वच्छता, रक्तदान, रंगकर्म, पत्रकारिता, शोध कार्यशाला सहित नवांकुर साहित्य एवं कला साधकों के उन्नयन सहित बहुआयामी प्रवर्तन के लिए समर्पित साहित्य संस्था मधुर मिलन साहित्य एवं सांस्कृतिक समिति ग्राम नारी की 12 वाँ वार्षिक सम्मेलन के अवसर पर सम्मान समारोह एवं कवि सम्मेलन का आयोजन 12 दिसंबर को बजरंग चौक नारी में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में प्रदेश भर के साहित्यकार एवं नामचीन कला पुरोधाओं ने शिरकत की।
इस अवसर पर कला एवं साहित्य जगत के सिद्धहस्त प्रसिद्धियों का सम्मान किया गया। जिसमे अंतर्राष्ट्रीय कवि एवं सुप्रसिद्ध व्यंगकार पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे को स्व. डॉ. नीलमणी दादर स्मृति मधुर मिलन साहित्य सम्मान 2022, प्रसिद्ध रंगकर्मी एवं फिल्मकार छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद एवं संगीत नाटक अकादमी, भारत सरकार के सदस्य भूपेन्द्र साहू को कला पुरोधा स्व. खुमान साव स्मृति मधुर मिलन कला सम्मान 2022 एवं सृजनधर्मी गीतकार एवं समीक्षक रामेश्वर साहू को मधुर मिलन सृजन सम्मान 2022 से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अंतर्राष्ट्रीय कवि पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे रहे। अध्यक्षता सरपंच जगतपाल साहू ने किया। विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत धमतरी के पूर्व अध्यक्ष रघुनंदन साहू, नगर पंचायत कुरुद के अध्यक्ष तपन चंद्राकर, गौकरण साहू, कवि रामेश्वर वैष्णव, वरिष्ठ साहित्यकार पीएल साहू, चिन्हारी लोक कला मंच के संस्थापक देवेंद्र देशमुख, महासमुंद लोकसभा जनता कांग्रेस के अध्यक्ष हरीश साहू, प्रमोद साहू रहे। प्रथम सत्र में कार्यक्रम शुभारंभ, साहित्य विमर्श एवं सम्मान समारोह आयोजित हुआ जिसमे उपस्थित साहित्यकारों एवं अतिथियों ने कला, संस्कृति एवं साहित्य पर अपने विचार रखे। कला पुरोधा फिल्मकार भूपेंद्र साहू ने साहित्य एवं कला को एक दूसरे का पूरक बताते हुए मधुर मिलन साहित्य समिति नारी के कला साहित्य के अभियान को सतत जारी रखने को कहा। नगर पंचायत कुरुद के अध्यक्ष तपन चंद्राकर ने कहा कि साहित्य ही समाज का प्रेरक है। इस प्रकार का बड़ा आयोजन एक गांव में होना बड़ी बात है।
दूसरे सत्र में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का दौर चला जिसमे सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे ने अपने सदाबहार अंदाज से कवि सम्मेलन का संचालन करते हुए हास्य व्यंग्य एवं कविताओं से पुरे कार्यक्रम को सराबोर किया। प्रसिद्ध व्यंग्यकार रामेश्वर वैष्णव की हास्य व्यंग्य और गीत पर श्रोता समूह रमते रहे। नागपुर से पधारी कवियत्री सरिता सरोज ने श्रृंगार की कविताओं और तरन्नुन पढ़कर समां बांधे रखा। गीतकार सीताराम साहू ‘श्याम’ ने अपनी कविता बेटियों को समर्पित की। गीतकार रामेश्वर साहू ने श्रृंगार की रचना पढ़ श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया ओज के कवि संजय ‘कबीर’ शर्मा ने राष्ट्रीय जागरण की कविता पढ़ ग्राम एवं समाज जागरण की बातें कही। कार्यक्रम संयोजक सतीश शर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए समिति के उद्देश्य को रखा कार्यक्रम को सफल बनाने में नूतन शर्मा, श्रीकांत मिश्रा, मोहन कंसारी, अर्जुन कुमार साहू, प्रशांत सोनवानी, मिथलेश सोनकर, लीलाराम सिन्हा, रामेश्वर साहू, इंद्रजीत निशाचर, जितेंद्र साहू, जितेंद्र शर्मा, हेमलाल निषाद, निर्मल सोनकर, सुरजभान साहू, डेमन पाल, खिलावन साहू, शेषनारायण दुबे, पुराणिक साहू, थानेश्वर साहू सहित समिति के सदस्यगणों का सहयोग रहा। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन समिति अध्यक्ष सतीश शर्मा ने किया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here