नयी दिल्ली । विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने नयी शिक्षा नीति के तहत सोमवार को स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए पाठ्यचर्या और क्रेडिट रूपरेखा को अधिसूचित किया जो छात्रों को प्रवेश और निकास के लिए कई विकल्प प्रदान करेगा। इसमें छात्रों को एक अथवा उससे अधिक विषयों के विकल्पों के बीच में से एक विकल्प चुनने में मदद मिलेगी। मौजूदा च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम को संशोधित करके फ्रेमवर्क विकसित किया गया है।
कार्यक्रम के अनुसार, छात्र मौजूदा समय की तरह तीन साल के पाठ्यक्रम के बजाय केवल चार साल की ऑनर्स डिग्री हासिल कर सकेंगे। ऑनर्स डिग्रियां भी दो श्रेणियों में प्रदान की जाएंगी – ऑनर्स और ऑनर्स विद रिसर्च।\ यूजीसी की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, प्रमुख विषय में चार साल की स्नातक ऑनर्स डिग्री उन लोगों को दी जाएगी जो 160 क्रेडिट के साथ चार साल का डिग्री प्रोग्राम पूरा करते हैं और क्रेडिट आवश्यकता को पूरा करते हैं। जबकि जो छात्र पहले छह सेमेस्टर में 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त करते हैं और स्नातक स्तर पर शोध करना चाहते हैं, वे चौथे वर्ष में एक शोध स्ट्रीम चुन सकते हैं।