dispute over reservation छत्तीसगढ़ में दो दिनों के विशेष सत्र के बाद से ही आरक्षण(reservation ) को लेकर पक्ष-विपक्ष में खींचतान जारी है. एक तरफ जहां सत्ता पक्ष के लोग राजयपाल और भाजपा को विधेयक में देरी का ज़िम्मेदार मान रहे है तो वही अब विवादों में घिरे रहने वाले कांग्रेस विधयक बृहस्पत सिंह(Brihaspat Singh) का बड़ा बयान समें आया है.
क्या कहा बृहस्पत सिंह ने?
आदिवासी समाज के साथ अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम किसी भी कीमत पर आरक्षण का अधिकार देकर रहेंगे.
साथ ही साथ भाजपा के दबाव में आकर हस्ताक्षरनहीं करने का आरोप लगाया है.
dispute over reservation उन्होंने कहा कि विधानसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया था, और उधर भाजपा राज्यपाल को गुमराह करके हस्ताक्षर करने से मना करा रही है, इसे छत्तीसगढ़ की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी. आदिवासी समाज ने सात समंदर पार अंग्रेजों को खदेड़ भगाया था, तो देसी अंग्रेजों को भी भगाने में टाइम नहीं लगाया था.