जिला गरियाबंद में एक बड़ा मामला सामने आया है। पांडुका थाने के टीआई द्वारा जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू और जनपद पंचायत सदस्य दीपक साहू को धक्का मारकर थाने से बाहर निकाल दिया गया। जिले के दोनों ही जनप्रतिनिधि हिरासत में लिए गए, कार्यकर्ताओं को थाने से छुड़ाने के लिए गए हुए थे।
विधायक अमितेश को काला झंडा दिखाने पर गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को थाने से छुड़ाने गए थे प्रतिनिधि
मुख्यमंत्री अधोसंरचना योजना अंतर्गत भेंडरी में नवनिर्मित 33 केवी केंद्र मंत्री का लोकार्पण राजिम विधायक अमितेश शुक्ला के द्वारा किया जाना था। जिसमें स्थानीय जिला पंचायत सदस्य एवं जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं किए जाने पर उनके समर्थकों द्वारा विधायक अमितेश को काला झंडा दिखाया गया। जिसके कारण पांडुका थाने के द्वारा प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर पांडुका थाने में रखा गया था। जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू एवं जनपद सदस्य दीपक साहू को इसकी जानकारी होते ही वे गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को थाने से छुड़ाने के लिए थाने पहुंच गए। उसी दौरान जनप्रतिनिधियों एवं थानेदार के बीच बहस हो गई जिसे वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरीके से थानेदार के द्वारा जिले के जनप्रतिनिधियों को धक्के मार कर के बाहर निकाला जा रहा है। जिस पर प्रतिनिधियों के द्वारा कहा जा रहा है कि ऐसे कैसे आप जनप्रतिनिधियों को थाने से धक्के मार कर बाहर निकाल सकते हैं? यह थाना आपका नहीं है, थाना आम जनता के लिए है।
लोकार्पण कार्यक्रम का कांग्रेसीकरण करने का आरोप
हमारे संवाददाता द्वारा इस संबंध में जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू से बात करने पर बताया गया कि आज 33kv उप केंद्र भेंडरी के लोकार्पण कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं किया गया उनकी उपेक्षा की गई। कार्यक्रम में कांग्रेस विधायक अमितेश शुक्ला एवं जिला कांग्रेस अध्यक्ष भाव सिंह साहू सहित सिर्फ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया था जबकि यह लोकार्पण का कार्यक्रम एक सरकारी कार्यक्रम था जिसमें सभी लोगों को एवं प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाना था। आज के कार्यक्रम का कांग्रेसीकरण किया गया है। जिसके विरोध में समर्थकों के द्वारा विधायक को काला झंडा दिया खाया गया। जिसके कारण उनकी गिरफ्तारी कर ली गई थी। जैसे ही हमें इस बात की जानकारी हुई, कार्यकर्ताओं छुड़ाने के लिए हम सभी पांडुका थाने पहुंच गए। जहां पर हमारे साथ थानेदार के द्वारा धक्का-मुक्की किया गया।