छत्तीसगढ़ के आचार्य कुल एवं शर्मा परिवार के संयुक्त तत्वावधान में ब्रह्मलीन स्व.चन्द्रभूषण शर्मा जी के प्रथम पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पुण्य स्मरण एवं पुस्तक विमोचन कार्यक्रम वृंदावन हाल सिविल लाइन रायपुर में संपन्न हुआ। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के महामंत्री यशवंत सिंह वर्मा एवं संभागीय अध्यक्ष रामनारायण मिश्रा तथा संभागीय सचिव ओंकार प्रसाद वर्मा ने बताया कि उक्त श्रद्धांजलि एवं पुस्तक विमोचन में डॉ. पूर्णेन्द्र सक्सेना छत्तीसगढ़ प्रांत संघ संचालक, संत युधिष्ठिर लाल जी महाराज पूज्य धाम शदाणी दरबार,v गौरीशंकर अग्रवाल पूर्व विधान सभा अध्यक्ष, सत्यनारायण शर्मा विधायक रायपुर ग्रामीण, प्रमोद दुबे सभापति नगर निगम रायपुर, श्री किशन लाल जी नाकड़ा संपादक शिक्षक समाचार पत्रिका जबलपुर मध्यप्रदेश एवं श्री दानी राम वर्मा पूर्व प्रांताध्यक्ष छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के आतिथ्य में ब्रम्हलीन स्व.चंद्रभूषण शर्मा जी के पुण्य स्मृति में छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ की ओर से उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर सम्पादित ” कालजयी पुरोधा ” एवं मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के आचार्य कुल की ओर से रचित ” भूतों न भविष्यति ” पुस्तक का विमोचन किया गया।
उक्त श्रद्धांजलि कार्यक्रम को आसन्दी पर विराजमान अतिथियों सहित मध्यप्रदेश से उपस्थित राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के सदस्य किशन लाल नाकड़ा, यशवन्त सिंह वर्मा प्रान्तीय महामंत्री छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ एवं मध्यप्रदेश शिक्षक संघ के पदाधिकारी सहित छत्तीसगढ़ के समस्त जिलों से उपस्थित अधिकारी, कर्मचारी, प्राचार्य, व्याख्याता, प्रधान पाठक, शिक्षक सहित राजनैतिक-सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने उद्बोधन में सयुंक्त मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के संस्थापक एवं छत्तीसगढ़ राज्य शिक्षा आयोग के प्रथम अध्यक्ष ब्रम्हलीन स्व.श्री चन्द्रभूषण शर्मा जी के साथ कदम से कदम मिला कर किए गए संघर्ष के पलों का संस्मरण व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। अतिथियों के भावपूर्ण उद्बोधन से सम्पूर्ण सभा भवन भावाभिव्यक्तिमय हो गया।
उक्त श्रद्धांजलि सभा में श्री दिलीप केसरवानी, सुधीर गौतम, यशवंत सिंह वर्मा, हरि शर्मा, टेसू लाल धुरंधर, खोडस कश्यप, बी रघु, डॉ. रविन्द्र सिंह चौहान, डॉ. आर.एल.वर्मा, निर्मल रिछारिया, बी.एल. वर्मा, परस राम वोहरा, सुरेश कुमार शर्मा, ओंकार प्रसाद वर्मा, सुनील नायक, अवध राम वर्मा, संजीव बल्लाल, गिरधर साहू, ईश्वर प्रसाद साहू, लक्ष्मीकांत शर्मा, हेमंत शर्मा, साधना दुबे, रामखिलावन वर्मा, मनहरण लाल साहू, भुवन लाल सिन्हा, राजेन्द्र शर्मा सहित लगभग 300 से अधिक प्रबुद्ध जनों की उपस्थिति रही