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मनोवैज्ञानिक आंकलन विषय को लेकर अतिथि व्याख्यान का आयोजन…

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नवापारा राजिम।शिक्षक सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बल्कि संपूर्ण व्यक्तित्व होता है जिसके शिक्षण और मार्गदर्शन से समाज और देश के भविष्य का निर्माण होता है और छात्र-छात्राएं सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान को आत्मसात कर पाते हैं। शिक्षक प्रशिक्षण के क्षेत्र में शिक्षक के लिए मनोवैज्ञानिक आकलन एक आवश्यक समझ और योग्यता है जिस को ध्यान में रखते हुए सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय नवापारा शिक्षा संकाय के द्वारा एक दिवसीय अतिथि व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन “मनोवैज्ञानिक आकलन” विषय को लेकर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सारिका साहू के निर्देशन और कार्यक्रम प्रभारी प्रोफेसर चंद्रहास साहू व लोमश कुमार साहू के मार्गदर्शन एवं कुशल नेतृत्व में आयोजित किया गया। अतिथि व्याख्यान का शुभारंभ अतिथि व्याख्यान के लिए आमंत्रित विषय विशेषज्ञ डॉक्टर रोली तिवारी असिस्टेंट प्रोफेसर मनोविज्ञान विभाग पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़, संस्था प्रमुख डॉ शोभा गावरी, उप प्राचार्य डॉ मनोज मिश्रा विभाग अध्यक्ष प्रोफ़ेसर सारिका साहू एवं शिक्षा संकाय के समस्त सहायक प्राध्यापकों की विशेष उपस्थिति में मां सरस्वती की छायाचित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन एवं पूजा अर्चना के साथ हुआ। भारतीय परंपरा अतिथि देवो भवः का निर्वहन करते हुए मुख्य वक्ता डॉ रोली तिवारी प्राचार्य डॉ शोभा गावरी ,उप प्राचार्य डॉ मनोज मिश्रा, वरिष्ठ क्रीड़ा अधिकारी श्री शिव कुमार पांडे, विशेष अतिथि श्री दीपक तिवारी, के साथ-साथ सभी मंचासीन गुरुजनों का अक्षत तिलक लगाकर एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत अभिनंदन करते हुए बी एड प्रशिक्षणार्थियों द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किये गए। उद्बोधन के क्रम में संस्था प्रमुख प्राचार्य के द्वारा अतिथि व्याख्यान विषय विशेषज्ञ डॉक्टर रोली तिवारी का महाविद्यालय परिवार की ओर से स्वागत प्रेषित किए गए एवं अतिथि व्याख्यान के विषय वस्तु मनोवैज्ञानिक आकलन की आवश्यकता और महत्व पर प्रकाश डालते हुए एक शिक्षक के लिए आवश्यकता और उपयोगिता को शिक्षक प्रशिक्षण हेतु आवश्यक कौशल के रूप में परिभाषित किये। उप प्राचार्य डॉक्टर मनोज मिश्रा ने अपने संबोधन में अतिथि व्याख्यान को शिक्षण क्रम में महत्वपूर्ण पहलू मानते हुए शैक्षिक नवीनता एवं विषय की सरलता के उत्तम उपाय के रूप में आवश्यक कहां। वरिष्ठ क्रीडा अधिकारी श्री शिव कुमार पांडे ने इस प्रकार के आयोजन को प्रशिक्षणार्थियों के शिक्षण में प्रभावी अनुभव के रूप में अच्छा पहल माना एवं आयोजन के लिए शिक्षा संकाय को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित किए। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सारिका साहू के द्वारा अतिथि व्याख्यान के उद्देश्य को समझाते हुए इसे शिक्षा के क्षेत्र में विषय के प्रति समझ के रूप में विकसित करने का अच्छा माध्यम बताएं।

अतिथि व्याख्यान के क्रम में मुख्य वक्ता डॉक्टर रोली तिवारी सहायक अध्यापक मनोविज्ञान विभाग पंडित रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय रायपुर के द्वारा अतिथि व्याख्यान के विषय मनोवैज्ञानिक आकलन पर विस्तार से चर्चा करते हुए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं जैसे व्यक्तित्व, मनोवैज्ञानिक परीक्षण, साक्षात्कार, मनोवैज्ञानिक प्रयोग, बुद्धि, संज्ञान अधिगम नियम, को लेकर प्रशिक्षणार्थियों को इसके समझ की आवश्यकता पर मार्गदर्शन प्रदान किया गया एवं प्रशिक्षणार्थियों के प्रश्नों का निराकरण करते हुए शिक्षक अपनी समस्याओं का समाधान कैसे कर सकते हैं और छात्र-छात्राओं के मानसिक और शारीरिक अवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए व्यवहारिक परिवर्तन के उपायों को बहुत ही सरलता और सहजता के साथ समझाया गया। अतिथि व्याख्यान में बी एड प्रथम एवं चतुर्थ सेमेस्टर के लगभग 130 प्रशिक्षणार्थी शामिल होकर लाभान्वित हुए। महाविद्यालय परिवार की ओर से मुख्य वक्ता डॉक्टर रोली तिवारी का प्रतीक चिन्ह भेंट कर मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद प्रेषित किए गए। व्याख्यान के अंतिम क्रम में आयोजन का संचालन कर रहे प्रभारी प्रोफेसर लोमश कुमार साहू के द्वारा व्याख्यान के सार को प्रशिक्षणार्थियों के सम्मुख रखते हुए आभार प्रदर्शन किया गया। शिक्षा संकाय से प्रोफेसर विजय सिंह राजपूत, नयना पहाड़िया, अखिलेश शर्मा, तरुण साहू, संतोष शर्मा और तकनीकी सहायक ज्ञान प्रकाश साहू की उपस्थिति रही।

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