रायपुर :जी-20 में भारत को अध्यक्षता मिलने के उपलक्ष्य में केंद्रीय युवा कल्याण मंत्रालय के निर्देश के तहत कृति ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा शानिवार को “चौथा स्तंभ: युवा, लोकतंत्र और शासन” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं वक्ता के रुप में द पायनियर (अंग्रेजी) के समाचार संपादक डॉ. के.एन. किशोर रहे संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। हमारे संविधान ने केवल तीन स्तंभों को ही मान्यता दी है पर हमारे समाज ने मीडिया को चौथे स्तंभ की संज्ञा दी है। जिसने प्रशासन के कार्यों और उपलब्धियों पर पैनी नजर रखने का कार्य किया है। नजर के साथ ही लोकतंत्र की गरिमा को सुनिश्चित करने का भी काम किया है। आज हर युवाओं के पास सोशल मीडिया के उपयोग के लिए मोबाइल फोन है जहां वे प्रशासन को अपनी समस्या और समाधान से अवगत कराता हुआ नजर आता है। यही युवा लोकतंत्र और प्रशासन में चौथे स्तंभ को दिखाता है।
मीडिया का काम एक नरेटिव की रचना करना होता है। युवाओं को इस नरेटिव से सही और गलत को पहचानने के लिए दृष्टिकोण को पैदा करने की जरूरत है। जो सही-गलत की समझ को पैदा कर सके। डॉ. किशोर ने मीडिया के माध्यम से युवाओं की लोकतंत्र एवं शासन में भूमिका पर विचारों को कई उदाहरण से भी रखा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कृति ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स के अकादमिक डायरेक्टर डॉ. बी.सी. जैन ने किया। अध्यक्षता उद्बबोधन में उन्होंने कहा कि आज पत्रकारिता समाज में व्यापक प्रभाव डाल रहा है। यह क्षेत्र ऐसा है जिससे कोई भी व्यक्ति अछूता नहीं है। हर पल की खबरें और उस खबरों से आम जनता तक पहूंच बनाने में आज मीडिया सफल है। यह लोकतंत्र का केवल प्रहरी ही नहीं बल्कि मार्गदाता भी बनता जा रहा है। मीडिया में तकनीक के बढ़ते प्रभाव के कारण समाज में कुछ भ्रामक खबरों ने भी जगह बना ली है। जिसे आम जन को समझने की जरूरत है। इस संगोष्ठी के माध्यम से मीडिया के इन्ही खूबियों और कमियों के विभिन्न पहलुओं पर बात रखी गई।
कार्यक्रम में के.एस.बी.एम. की प्राचार्या रूपाली चौधरी ने मुख्य अतिथि को श्रीफल और फुल का गमला देकर स्वागत किया। कार्यक्रम का सफल संचालन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की छात्रा भानू तिवारी ने किया। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन सहायक प्राध्यापक नीलेश साहू ने किया। वहीं सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, अधिकारीगण और समस्त विद्यार्थी मौजूद रहे।