नवापारा राजिम,भगवान राजीव लोचन,कुलेश्वर महादेव,एवं माता राजिम की धर्म नगरी गोबरा-नवापारा के दानवीर भामाशाह चौक माता कर्मा मंदिर परिसर में श्रीमद भागवत महापुरान ज्ञान -यज्ञ सप्ताह का आयोजन दिवंगत डॉ.योगेण साहू की स्मृति में साहू परिवार रविशंकर- अनुसूईया, डॉ.श्रीमती रेशमा एवं कु.मोक्षिका साहू द्वारा आयोजन किया गया है। जिसमें भगवान राम के जन्मस्थल अयोध्या से पधारे राष्ट्रीय कथा वाचक आचार्य स्वामी उमेश नारायण शास्त्रीजी द्वारा अपने श्रीमुख से 25 फरवरी शनिवार को कृष्ण जन्म,बाल लीला एवं माखन लुट की कथा का रसपान कराया गया। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण गोपियों के घर में जाकर माखन चोरी किये क्योंकि माखन खाने कि नवनीत मन को माखन जैसा और जीवन को मिश्री जैसा बनाओ तो आगे भगवान श्री कृष्ण आपके यहां माखन की चोरी करने आयेंगे, इस प्रकार कथा सुनाकर स्वामी जी ने सभी श्रोताओं का मन मोह लिया,
26 फरवरी को चीरहरण, रासलीला,एवं रुखमणी विवाह का विस्तृत कथा वाचन किया, भागवत सप्ताह के 27 फरवरी को सुदामा चरित्र, तुलसी- वर्षा एवं परीक्षित मोस की कथा बताई
कथा स्थल मंदिर परिसर में विशेष रूप से तहसीलदार किरण साहब सपरिवार,राजस्व निरीक्षक मयाराम साहू,पटवारी संघ अध्यक्ष हिरेन्द साहू, परसट्टी से द्वारिका प्रसाद, कोपरा से महराज श्री के शिष्यगण, राजिम ब्रम्हचर्य आश्रम से संतोष उपाध्याय (गुडडु महराज) ,ग्राम हरदी कोचवाय से नीलकण्ठपरिवार,चेखुराम,खेमूराम, गोलू,मुरली, रामपुर से महेश ट्रेवल्स के संचालक चम्पा साहू सपरिवार दुर्ग से राजस्व निरीक्षक नरसिंग साहू सपरिवार, डीटेलाल,राजु ,पं.ब्रम्हदत्त शास्त्री,नेमचंद गोलछा,प्रदीप सोनी, राजिम भक्तिन मंदिर समिति के विशेष आमंत्रित सदस्य शोभाराम साहू चम्पारण,संरक्षकगण मेघनाथ साहू, परदेशीराम साहू,छन्नू साहू,रमेश साहू अध्यक्ष साहू समाज नवापारा,राजिम-कर्मा मंदिर समिति के अध्यक्ष लाकेश साहू सहित नगर साहू समाज के उपाध्यक्ष भागवत साहू,कोषाध्यक्ष लखन साहू,एवं परिवार के हजारों सदस्यों की उपस्थिति मे स्व.डॉ. योगेश साहू- रेशमा साहू की पुत्री कु.मोक्षिका साहू को भगवान कृष्ण के रूप मे सजाकर मनसुखा- तनसुखा का व्यासपीट में नृत्य कराकर कृष्ण रासलीला को चरितार्थ किया है। कार्यक्रम के आयोजक रविशंकर (पटवारी) द्वारा आये हुए अतिथियों का कमलगट्टा माला,तुलसी माला पहनाकर धन्यवाद व्यक्त किया है।भंडारे का आयोजन मे स्व. डॉ.योगेश के ससुर डॉ.फुलजी साहू द्वारा भोजन कराया गया।