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दुर्ग से जगदलपुर तक जाने पर पड़ता था बड़ा महँगा, अब लगेगा सिर्फ 90 रूपये…ट्रेन…

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दुर्ग से दल्ली-राजहरा और अंतागढ़ होकर जगदलपुर तक जाने वाली रेलवे लाइन अब अबूझमाड़ के धुर नक्सल इलाके ताड़ोकी तक पहुंच गई है। रायपुर से दुर्ग होकर ताड़ोकी की दूरी ट्रेन से 201 किमी है और ट्रेन मई में यहां तक चलने लगेगी। खास बात ये है कि रायपुर से ताड़ोकी का ट्रेन का टिकट सिर्फ 90 रुपए होगा, जबकि अभी बस से एक तरह का किराया लगभग 400 रुपए लग रहा है। यही नहीं, रावघाट के करीब पहुंचने की वजह से वहां से आयरन ओर भिलाई इस्पात संयंत्र तक पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा।


रेलवे ने अंतागढ़ से ताड़ोकी तक पटरी बिछाने का काम पूरा कर लिया है। मई 2023 तक ट्रेन चलने लगेगी। पहली बार रायपुर से दुर्ग-बालोद-दल्लीराजहरा-भानुप्रतापपुर होते हुए ताड़ोकी तक ट्रेन चलेगी। ताड़ोकी से रायपुर आने के लिए लोगों को सड़क मार्ग से 400 रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं। ट्रेन में यही किराया 90 रुपए तय होने की संभावना है। इस रेलवे लाइन का दूसरा बड़ा फायदा बीएसपी को होने वाला है। रावघाट से ताड़ोकी की दूरी लगभग 17 किमी ही बची है। अब रावघाट माइंस से आयरन रोड सड़क मार्ग से ताड़ोकी आएगा, फिर ट्रेन से दुर्ग लाकर बीएसपी तक पहुंचा दिया जाएगा।

सबसे पहले चलेगी मालगाड़ी

रेलवे अफसरों ने बताया कि मई से ट्रेन चलाने की तैयारी की है। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि पहले मालगाड़ी नए ट्रैक पर चलायी जाएगी। उसके कुछ दिनों बाद यात्री गाड़ियों का परिचालन शुरू किया जाएगा। रायपुर रेलवे स्टेशन से ताड़ोकी की दूरी तकरीबन 201 किमी है। वर्तमान में ताड़ोकी के आसपास के लोगों को रायपुर या फिर दुर्ग आने के लिए अंतागढ़ पहुंचकर ट्रेन पकड़ना पड़ता है।

ट्रेन नहीं मिलने पर उन्हें बस पकड़नी पड़ती है। ताड़ोकी से रायपुर बस के माध्यम से आने पर ज्यादा खर्च आता है। बस में समय भी अधिक लगता है। ताड़ोकी रेलवे स्टेशन से ट्रेन की शुरुआत होने से अंतागढ़ कांकेर नारायणपुर जिला जैसे सुदूर वनांचल के लोगों को ट्रेन की सुविधा मिल सकेगी। 90 रुपये में यात्री ट्रेन से महज पांच घंटे में रायपुर पहुंच जाएंगे।

बीएसपी की लाइफलाइन रावघाट
बीएसपी को आयरन ओर दल्ली-राजहरा से हो रहा है, लेकिन लगातार खनन की वजह से यहां डिपाजिट नहीं के बराबर है। इसलिए बीएसपी की डिमांड पूरी नहीं हो पा रही है। उधर, बीएसपी में एक्सपांशन करके उत्पादन क्षमता 5 एमटी से बढ़कर साढ़े 7 एमटी कर दी है। इस वजह से भी प्लांट की मांग लगभग 30 प्रतिशत बढ़ चुकी है। अब रावघाट माइंस और अंजरेल से ही बीएसपी की डिमांड पूरी हो सकती है। इसीलिए रावघाट के साथ-साथ इस रेल प्रोजेक्ट को भी बीएसपी की लाइफलाइन कहा जा रहा है।

रावघाट तक जल्द बिछेगी पटरी
दल्लीराजहरा-रावघाट-जगदलपुर परियोजना के तहत कुल 235 किमी तक रेललाइन बिछाने का प्राेजेक्ट है। पहले चरण में रायपुर रेल मंडल ने दल्लीराजहरा से रावघाट तक 95 किमी नई रेललाइन बनाने का लक्ष्य रखा है। इसमें राजहरा से ताड़ोकी तक 78 किमी रेललाइन बिछ गई है। 17 किमी लाइन बिछने के बाद रावघाट भी स्टेशन हो जाएगा। अभी बिछी पटरियों की सुरक्षा जांच के लिए कोलकाता से सीआरएस टीम जल्द अाएगी। वहां से हरी झंडी मिलते ही ट्रेन चलने लगेगी। फिर ताड़ोकी से रावघाट स्टेशन तक पटरी बिछाने का काम शुरू होगा।

आम यात्रियों को राहत

“रावघाट परियोजना में दल्लीराजहरा से अंतागढ़ होकर अब ताड़ोकी तक ट्रेन मई में शुरू करने की तैयारी है। इससे आम लोगों का दुर्ग-रायपुर से चौथाई खर्च में सीधा संपर्क हो जाएगा। बीएसपी को भी खासी राहत मिलेगी।”

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