कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए जारी किए गए कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन करने की बात कही गयी है। जिसके बाद इसे लेकर देशभर में जमकर सियासत हो रही है। इस बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी बड़ा बयान सामने आया है। सीएम ने कहा कि जरूरत पड़ी तो छत्तीसगढ़ में भी बजरंग दल को बैन करने की सोचेंगे। अभी कर्नाटक की समस्या के हिसाब से वहां बैन करने की बात कही गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बजरंग दल को बजरंग बली से जोड़े जाने को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि पीएम मोदी जो चीज पाकिस्तान की है। उसे भारत का बता देते हैं। यहां बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कही गयी है, बजरंग बली पर नहीं।
उन्होनें कहा कि ये बजरंगबली के नाम से ये गुंडागर्दी कर रहे हैं, जो उचित नहीं है। छत्तीसगढ़ में भी बजरंग दल ने गड़बड़ करने की कोशिश की तो हमने ठीक भी कर दिया और बैन करने की जरूरत पड़ी तो यहां भी सोचेंगे।
बीजेपी ने कांग्रेस को हिन्दू विरोधी बताया
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान के बाद बीजेपी प्रदेश महामंत्री विजय शर्मा ने कहा कर्नाटक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने घोषणापत्र में बजरंग दल और पीएफआई को बैन करने की बात कहकर साबित कर दिया है कांग्रेस का हिंदू विरोधी चरित्र है। केंद्र सरकार ने सितंबर 2022 में पीएफआई को पहले ही बैन कर दिया है। कर्नाटक में कांग्रेस ने सिर्फ अपनी तुष्टीकरण की नीति के तहत घोषणा पत्र में पीएफआई के साथ बजरंग दल का नाम लेकर हिंदू संगठन को बदनाम करने की साजिश रची है।
बजरंग दल का आज रायपुर में विरोध प्रदर्शन
कर्नाटक चुनाव के घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन किए जाने के ऐलान से बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमलावर है। छत्तीसगढ़ में भी इसे लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं। बजरंग दल की तुलना आतंकी संगठन से किए जाने से नाराज विश्व हिन्दू परिषद् और बजरंग दल रायपुर के शंकर नगर के शहीद भगत सिंह चौक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का पुतला दहन करने जा रहे हैं।
कर्नाटक में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि अगर उनकी पार्टी चुनाव जीतती है तो बजरंग दल प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। इससे नाराज कार्यकर्ताओं ने कर्नाटक में चुनाव के दौरान कांग्रेस नेताओं के उनके घर वोट अपील के लिए नहीं आने के चेतावनी भरे पोस्टर भी लगाए हैं।