रायपुर। राजस्थान के दिग्गज और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नए प्रभारी बनाए गए हैं। वहीं कुमारी शैलजा को इस पद से हटा दिया गया है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के पार्टी हाईकमान ने ये फैसला लिया है। विधानसभा चुनाव में हार के 20 दिन बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आदेश पर पार्टी के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी के स्थानीय नेताओं और पूर्व विधायकों ने शैलजा के खिलाफ दिल्ली में पार्टी हाईकमान से शिकायत की थी। उन पर चुनाव में पैसे लेकर टिकट देने के आरोप लगाए थे। इतना ही नहीं इस संबंध में पार्टी को जरूरत पडऩे पर सबूत भी देने की बात कही थी। प्रदेश में कांग्रेस की बुरी हार के बाद स्थानीय नेताओं और पूर्व विधायकों ने शैलजा के खिलाफ विरोध करते हुए मोर्चा खोल दिया था।
उनके खिलाफ कई गंभीर आरोप लगे थे। पैसे लेकर टिकट देने के ऑडियो-वीडियो वायरल होने जैसे गंभीर आरोप भी लगाए गए थे। टिकट कटने पर पूर्व विधायकों ने भी उनके ऊपर आरोप लगाए थे। इस संबंध में पार्टी के नेताओं ने दिल्ली जाकर उनके खिलाफ शिकायत की थी। पार्टी आलाकमान को इस संबंध में सबूत देने की बात भी कही थी। सैलजा दिसंबर 2022 से संभाल रही थीं छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी का दायित्व कुमारी सैलजा दिसंबर 2022 से छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी का दायित्व संभाल रही थीं। इसके पहले उत्तर प्रदेश के सीनियर नेता पीएल पुनिया छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी थे। उनके नेतृत्व में कांग्रेस का 15 साल का वनवास खत्म हुआ था और पार्टी 68 सीटों के साथ राज्य की सत्ता पर काबिज हुई थी। भूपेश बघेल सीएम बनाए गए थे। उस समय कांग्रेस को छत्तीसगढ़ में जीताने का श्रेय पुनिया, भूपेश और टीएस सिंहदेव को दिया गया था।
आक्रामक राजनीति के लिए जाने जाते हैं पायलट
सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा थी कि विधानसभा चुनाव के बाद सचिन पायलट को राजस्थान कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने इन सारी अटकलों पर विराम लगाते हुए उन्हें छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है। सचिन पायलट आक्रामक राजनीति के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में कांग्रेस चाहती है कि लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ से अधिक से अधिक सीटे जीती जा सके। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर पार्टी ने सचिन पायलट को यह कमान सौंपी है।