बिलासपुर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के कुशल मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) राजेन्द्र कुमार जायसवाल तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अर्चना झा तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ACCU) अनुज कुमार के नेतृत्व में शहरी एवं ग्रामीण थाना क्षेत्रों में एक विशेष चेकिंग अभियान संचालित किया गया।


इस अभियान के दौरान समस्त थाना-चौकी क्षेत्रों में सक्रिय गुंडा व निगरानी बदमाशों की सकुनत (निवास स्थान) पर जाकर गुजर-जाँच, वारंटियों की धरपकड़, बदमाशों को थानों में तलब कर पूछताछ, तथा संदिग्ध व्यक्तियों के फिंगरप्रिंट लेकर तथा ICJS पोर्टल के माध्यम से गहन तलाशी की गई। इसके साथ ही बिलासपुर में अवैध तरीके से रहने वाले विदेशी नागरिकों के बारे में भी तस्दीक की गई।
अभियान के मुख्य उद्देश्य थे:
* जिले में असामाजिक तत्वों पर निगरानी बढ़ाना,
* गुंडा/निगरानी बदमाशों की गतिविधियों का आकलन,
* संदिग्ध व्यक्तियों की तस्दीक करना,
* तथा स्थायी/गिरफ्तारी वारंटियों की धरपकड़ सुनिश्चित करना।
इस अभियान के दौरान:
11 स्थायी वारंट एवं 19 गिरफ्तारी वारंट सहित कुल 30 वारंट तामील किए गए।
वर्तमान में जिलाबदर 3 बदमाशों तथा पूर्व में जिलाबदर किए गए 21 बदमाशों को चेक किया गया।
2 फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
कुल 159 गुंडे एवं निगरानी बदमाशों को किया गया चेक।
थाने न आने वाले गुंडे एवं निगरानी बदमाशों को उनके सकुनत पर जाकर चेक किया गया।
62 संदिग्ध व्यक्तियों को थाने लाकर पूछताछ की गई।
इस सघन चेकिंग अभियान में 5-6 वर्षों से फरार स्थायी वारंटियों की भी गिरफ्तारी की गई है तथा थाना सीपत एवं कोटा के विभिन्न प्रकरण में लंबे समय से फरार चल रहे 2 आरोपियों की गिरफ्तारी भी की गई है। इसके साथ ही अन्य प्रमुख बदमाशों को भी तलब कर उनकी गतिविधियों की समीक्षा की गई।
साथ ही कुछ अन्य चिन्हित बदमाश, पूर्व की कार्यवाहियों के फलस्वरूप वर्तमान में जेल में निरुद्ध हैं।
यह सतत अभियान बिलासपुर पुलिस द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति के तहत चलाया जा रहा है, ताकि आम नागरिकों में सुरक्षा की भावना बनी रहे तथा असामाजिक तत्वों में पुलिस का स्पष्ट भय बना रहे।
बिलासपुर पुलिस की आप सब से अपील है कि यदि आपके जानकारी में कोई भी ऐसा संदिग्ध व्यक्ति निवास कर रहा हो, जो स्थानीय न हो तो तत्काल पुलिस को सूचित करें।