मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हमारा मध्यप्रदेश अब तेजी से आगे बढ़ रहा है। विकास की यह गति हम थमने नहीं देंगे। विकास की हर बात पर सरकार नागरिकों से कदम से कदम मिलाकर काम करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आगामी रक्षाबंधन के अवसर पर प्रदेश की सभी लाड़ली बहनों के खाते में 1500 रूपये की राशि अंतरित की जायेगी। जिसमें योजना की तय राशि 1250 रूपये के अलावा 250 रूपये रक्षाबंधन पर उपहार के रूप में दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि सबके सहयोग से अगले पांच साल में हम मध्यप्रदेश की तस्वीर बदल देंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को रायसेन जिले की बरेली में विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वास्थ्य विभाग के निर्माण कार्यों सहित कुल 138.96 करोड़ की लागत वाले विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री ने चयनित हितग्राहियों को विभिन्न शासकीय योजनाओं के हितलाभ भी वितरित किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जल गंगा संवर्द्धन अभियान के तहत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ पौधरोपण भी किया।


बरेली विकास के पथ पर है अग्रसर
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास के नए-नए कीर्तिमान गढ़ रहा है। मध्यप्रदेश के साथ बरेली क्षेत्र पर छींद वाले हनुमान जी महाराज की असीम कृपा है। कृषि संपन्न बरेली क्षेत्र भी विकास के पथ पर अग्रसर है। गांव-गांव को सड़क से जोड़ने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरू की थी। तब विरोधी लोग कहते थे कि गांव में सड़क की क्या जरूरत है, वहां तो बैलगाड़ी चलती है। दूरदर्शी नेतृत्व के धनी स्व. अटलजी ने देश को स्वर्णिम चतुर्भुज योजना की भी सौगात दी, जिसका लाभ आज पूरे देश और नर्मदांचल को भी मिल रहा है।
अगले तीन सालों में किसानों को बिजली बिल से कर देंगे मुक्त
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों को 5 रुपए में बिजली कनेक्शन देने का निर्णय लिया है। हमारी सरकार की कोशिश है कि अगले 3 सालों में हम किसानों को बिजली बिल से पूरी तरह मुक्त कर देंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने किसानों के लिए सोलर पंप योजना की शुरुआत की है। किसान अपनी बिजली बनाएं, उपयोग करें और उनकी जरूरत से ज्यादा/अतिरिक्त बिजली सरकार खरीदेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर खेत तक पानी पहुंचाने के लिए मध्यप्रदेश में केन-बेतवा लिंक, पार्वती-कालीसिंध-चंबल और तापी मेगा रीचार्ज परियोजना की शुरुआत की गई है। उन्होंने बताया कि पहले मध्यप्रदेश में केवल 7 लाख हेक्टेयर रकबे में सिंचाई होती थी, अभी 55 लाख हेक्टेयर रकबे में सिंचाई हो रही है। अगले 5 साल में हम प्रदेश का सिंचाई रकबा 100 लाख हेक्टेयर तक लेकर जाएंगे।