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शिव और सती प्रसंग सुनकर भाव विभोर हुए श्रोता…

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नवापारा राजिम :- स्थानीय शीतलापारा में जारी नौ दिवसीय श्री रुद्राक्ष शिव महापुराण कथा के षष्ठम दिवस पर मंगलवार को व्यासपीठ पर विराजमान कथावाचक पंडित पदुम पाण्डेय शास्त्री जी महाराज ने अपने मुखारबिन्द से कामदेव चरित्र, सति चरित्र व शिव पार्वती विवाह उत्सव का कथा प्रसंग सुनाया. उन्होंने कामदेव चरित्र पर उपस्थित श्रद्धालु भक्तो को बतायाकि की कामदेव प्रेम व कामेच्छा के देवता है, वह मनुष्य को अपने कामवेग से अपनी ओर खींचते है, लेकिन भगवान का सच्चा भक्त काम को भी अपने दृढ़ विश्वास और आस्था से पराजय कर सकता है. शिव सती प्रसंग पर भाव विभोर कथा कहते हुए पंडित शास्त्री ने कहाकि भगवान शिव की अनुमति लिए बिना उमा अपने पिता दक्ष के यहां आयोजित यज्ञ में पहुंच गई. यज्ञ में भगवान शिव को निमंत्रण नहीं दिए जाने से कुपित होकर सती ने यज्ञ कुंड में आहुति देकर शरीर त्याग दी. इससे नाराज शिव के गणों ने राजा दक्ष का यज्ञ विध्वंस कर दिया. इसलिए जहां सम्मान नहीं मिले वहां कदापि नहीं जाना चाहिए. किसी भी स्थान पर बिना निमंत्रण जाने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि जहां आप जा रहे है वहां आपका, अपने इष्ट या अपने गुरु का अपमान न हो. यदि ऐसा होने की आशंका हो तो उस स्थान पर जाना नहीं चाहिए. चाहे वह स्थान अपने जन्म दाता पिता का ही घर क्यों न हो. वही शिव पार्वती के विवाह की अद्भुत झांकी का प्रदर्शन कथा पंडाल में देखने को मिला. जहाँ भगवान भोलेनाथ की शादी में बाराती बनकर भुत पिशाच, दानव सहित तरह तरह के पशु पहुंचे. भगवान भोलेनाथ की इस अद्भुत बारात में आयोजक समिति सहित श्रद्धालु भक्त भी शामिल हुए और खूब झूमें. विवाह पूर्व भगवान भोलेनाथ व माता पार्वती का हल्दी का कार्यक्रम भी सम्पन्न हुआ. शिव पार्वती कथा को लेकर कथावाचक पंडित पदुम पाण्डेय शास्त्री ने कहाकि भगवान भोलेनाथ संसार के सभी पशुओ के नाथ थे इसलिए उन्हें पशुपतिनाथ भी कहा जाता है. उनकी शादी में तरह तरह के पशु विवाह में सम्मिलित हुए थे.उन्होंने शिव पार्वती विवाह माहिमा पर कहाकि भगवान भोलेनाथ की विवाह में सम्मिलित होने का सुख हमारा पुण्य कर्म को दर्शाता है. ज्ञात हो की महिला समूह द्वारा आयोजित यह शिव महापुराण कथा प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से 5 बजे तक चल रहा है. वही रोज सुबह 8 से 9:30 बजे तक महारुद्राभिषेक का आयोजन भी हो रहा है. वही कथा को सुनने बड़ी संख्या मे नगर सहित मोहल्ले से शिवभक्त जुट रहे है.

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