रायपुर/ छत्तीसगढ़ विधानसभा का आज का दिन हंगामेदार रहा। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दल के विधायक सत्ता पक्ष के ऊपर विधायकों को विधानसभा आने से रोके जाने का आरोप लगाया। विपक्षी दल ने कहा कि विधायकों को विधानसभा आने से रोका जा रहा है जगह-जगह बैरिकेट्स लगाए गए हैं। इस बात को लेकर विधानसभा में काफी हंगामा हुआ। प्रधानमंत्री आवास न स्वीकृत हो पाने के कारण भारतीय जनता पार्टी आज विधानसभा का घेराव करने वाली थी। इसको देखते हुए पुलिस प्रशासन के द्वारा विधानसभा जाने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेड लगाकर के सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे लेकिन पुलिस के द्वारा विधायकों को विधानसभा जाने से रोके जाने का आरोप विधानसभा में लगाया गया। इस पर सफाई देते हुए संसदीय मंत्री रविंद्र चौबे ने कि अध्यक्ष महोदय विधायकों को नहीं रोका जा रहा है। जो संदिग्ध है उन्हें रोका जा रहा है। इस पर विपक्षी दल ने कहा कि विधायकों को रोका जा रहा है इसका हमारे पास वीडियो फुटेज है। इन सब बातों के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि विधायकों को उनके कर्तव्य से नहीं रोका जा सकता। अगर ऐसा मामला है तो गृह मंत्री जी इस पर तत्काल संज्ञान ले। उन्होंने कहा कि मैंने संसदीय सचिव को वहां की जानकारी लेने के लिए भेज दिया है। *भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बीच रास्ते पर ही रोका * भारतीय जनता पार्टी प्रदेश सरकार पर आरोप लगा रही है कि प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री आवास के लिए जो स्वीकृत राशि है उसको जारी नहीं किया है जिसके चलते छत्तीसगढ़ में लाखों लोगों को प्रधानमंत्री आवास नहीं मिल पाया है। और इसी विषय को लेकर के पूरे प्रदेश भर में मोर आवास मोर अधिकार के नारे के साथ भारतीय जनता पार्टी दीवार लेखन एवं पूरे प्रदेश भर के कार्यकर्ताओं को लेकर के आज छत्तीसगढ़ विधानसभा का घेराव किया। प्रदेश भर के बड़े नेताओं एवं भाजपा के कार्यकर्ताओं को बीच रास्ते में ही पुलिस प्रशासन के द्वारा रोक लिया गया एवं कार्यकर्ताओं के द्वारा उग्र प्रदर्शन को देखते हुए उन पर पानी का बौछार भी किया गया।