डेस्क। मां और बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामला कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु का है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 306 की तहत पति और सास-ससुर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है। महिला को सांस की समस्या थी। डॉक्टर ने उसे कुत्तों से दूर रहने की सलाह दी थी। वह बार-बार अपने पति और सास-ससुर से पालतू कुत्ते को किसी और को देने को कहती थी। जिसकी वजह से घर में विवाद भी हुआ था। लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं मानी।
परेशान होकर महिला ने अपनी 13 वर्षीय बेटी के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को पता चला है कि महिला को सांस की बीमारी थी और डॉक्टर ने उसे कुत्तों से दूर रहने की सलाह दी थी। महिला ने कई बार अपने पति और सास-ससुर से कुत्ते को हटाने के लिए गुजारिश की थी, लेकिन घर से कुत्ते को नहीं हटाया गया। जिसकी वजह से घर पर बार-बार विवाद हो रहा था। दिव्या और श्रीनिवास की शादी 2008 में हुई थी।
डॉक्टर ने दिव्या को कुत्तों से दूर रहने को कहा था क्योंकि अगर वह उनके संपर्क में आयी तो उसकी सेहत में सुधार नहीं होगा। दिव्या के पिता एमके रमन ने संदिग्धों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। एमके रमन की बेटी ने अपने पति और उसके माता-पिता को इस बारे में बताया था। रमन ने आरोप लगाया कि मेरी बेटी ने उनसे कहा कि अगर वे अपने पालतू कुत्ते को घर में रखेंगे तो वह खुद और अपनी बच्ची दोनों को मार डालेगी, लेकिन उन्होंने रुखाई से प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मर जाओगी तो हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा और वे अपने कुत्ते को नहीं हटाएंगे।