गरियाबंद / प्रदेश के स्कूलों में कक्षा पहली से बारहवीं तक त्रैमासिक परीक्षा 26 सितंबर से आयोजित होने वाली थी पहली से आठवीं तक के प्रश्न पत्र की सॉफ्ट कॉपी एनसीईआरटी द्वारा तैयार की गई थी लेकिन शिक्षकों को प्रश्न पत्र ब्लैक बोर्ड पर लिखना था तो इसमें में चित्र वगैरह भी बनाना था ब्लैक बोर्ड में प्रश्न लिखने से जब तक बच्चे प्रश्न नहीं लिख लेते तब तक इंतजार करना पड़ता
इस तरह से समय बहुत कुछ प्रश्न लिखने में व्यतीत हो जाता और बहुत सारी कठिनाइयां थी उसी प्रकार नवमी से 12 वीं का प्रश्न पत्र माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा तैयार किया गया था जिसे भी सॉफ्ट कॉपी में भेजा गया था इसमें भी वही दिक्कतें थी छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ सहित विभिन्न संगठनों ने विभाग का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया अंततः विभिन्न खामियों को देखते हुए फिर हाल 26 सितंबर से होने वाली त्रैमासिक परीक्षा को स्थगित कर दी गई है तथा विद्यालय स्तर पर ही 10 अक्टूबर तक परीक्षा संपन्न कर लेने की बात लिखित में कही गई है और प्रश्न पत्र शिक्षक ही तैयार कराएंगे और विद्यालय स्तर पर परीक्षा संपन्न करने की बात कही गई है
।वैसे भी जो शिक्षक पढ़ाते हैं उनको प्रश्न पत्र तैयार करने का अधिकार होना ही चाहिए। पूर्व में परीक्षा के लिए विभाग द्वारा प्राथमिक विभाग के लिए प्रति छात्र ₹100 तथा पूर्व माध्यमिक विभाग के लिए प्रति छात्र ₹120 की दर से राशि प्रदान की जाती थी। जो कि अब नहीं की जा रही है।छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के संभागीय उपाध्यक्ष राम नारायण मिश्रा ने कहा कि विभाग का उक्त निर्णय परीक्षा आरंभ होने के ठीक 1 दिन पहले आया है। जबकि पहले ही आ जाना चाहिए था.