राजिम।धर्म नगरी राजिम के धार्मिक, साहित्यिक, समाजिक एवं सांस्कृतिक, समाजसेवी संस्था नवचेतना युवा मंच के जागरुक युवा सदस्यों ने नगर मे स्थापित विभिन्न दुर्गोत्सव समितियों के पंडालों में जाकर समितियों के सदस्यों से अपील किया एवं नशामुक्त नवरात्र व दुर्गा विसर्जन का संकल्प लेकर शांतिपूर्वक, नशामुक्त विसर्जन रैली हेतू एक अपील पत्र के द्वारा अपील किया कि हमारे धार्मिक नगरी राजिम की गरिमानूरुप विसर्जन का कार्यक्रम संपन्न कराएंगे ।
उक्त जानकारी देते हुऐ मंच के संस्थापक नगर के शिक्षक सागर शर्मा ने बताया कि नशामुक्त समाज, नगर व राज्य का संकल्प लेकर मंच अपना समय -समय पर ऐसे अभियान का आयोजन करते आ रही है इसी के अंतर्गत वर्त्तमान में नशामुक्त नवरात्र व प्रतिमा विसर्जन अभियान मंच के ऊर्जावान साथी सदस्य जीत्तू यादव के नेतृत्व में चलाया जा रहा है।
इस अवसर पर नवचेतना युवा मंच, राजिम के संस्थापक सागर शर्मा ने आह्वान करते हुए सभी समाज, दुर्गा समितियों और युवाओं से कहा कि माँ दुर्गा का यह पर्व सर्व समाज के लिए अत्यंत गौरवशाली है, जो हमारी महान संस्कृति का परिचायक है। यह पर्व हमें शक्ति की भक्ति सिखाता है। साथ ही विजयादशमी का पर्व बुराइयों पर अच्छाइयों के विजय का प्रतीक है।मंच ने अपने अपील में कहा कि पिछले कुछ वर्षों से इन पर्वों में बुराइयों का दबे पाँव प्रवेश हो गया, जिसके चलते प्रतिमा विसर्जन आदि में नशापान, शोरगुल, फुहड़ नाच-गाने का प्रचलन शुरू हो गया है, जो हमारी धार्मिक एवं सामाजिक संस्कृति का सरासर अपमान है। राजिम, छत्तीसगढ़ का प्रयागराज है। प्राचीन पवित्र पर्वों में आई उपर्युक्त विकृतियों को दूर करने के लिए सभी से चिंतन के साथ ही सहयोग एवं पहल की अपेक्षा की जा रही है, जिससे हमारे धार्मिक पर्वो को व्यसन मुक्त बनाया जा सके। मंच ने यह भी कहा है कि यह भूमि, कौशल्या माता की जन्मभूमि, भगवान श्रीराम वनगमन मार्ग, लोमष ऋषि आश्रम तपस्थली, भगवान श्री राजीव लोचन एवं भगवान श्री कुलेश्वनाथ महादेव के पावन भूमि के नाम से भी जाना जाता है, यहाँ की महत्ता पूरे देश में विख्यात है, इसलिए उक्त अवसरों पर शांतिपूर्ण तरीके से धार्मिक नृत्य ही करें।
ज्ञातव्य है कि नवचेतना युवा मंच द्वारा मंदिरों, पांडालों एवं चौक-चौराहों में नशामुक्ति अभियान संबंधित फ्लैक्स लगाए जा रहे हैं तथा पाम्पलेट एवं पत्र इत्यादि बाँटकर नशामुक्ति हेतु अपील की जा रही है।