रायपुर। विधानसभा मानसून सत्र के पांचवे दिन जोरदार हंगामा चला । वही भाजपा मंत्री अजय चंद्राकर ने 14,580 शिक्षकों की भर्ती में हुई देरी का मुद्दा पर सवाल किया। जिसके बाद सदन में बहसबाजी शुरू हो गयी। चन्द्राकर ने पूछा कि, “30 जून 2022 की स्थिति में किन-किन संवर्गों की कितनी-कितनी पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी हो गई है? सत्यापन काम पूरा हुआ या नहीं? एक पद के सत्यापन के लिए कितनी अवधि लगती है? देरी की वजह क्या है?”
इस मामले में जवाब देते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री टेकाम ने कहा- “व्याख्याता का सत्यापन राज्य स्तर पर, शिक्षक का सत्यापन संभाग स्तर पर और सहायक शिक्षकों का सत्यापन ज़िला स्तर पर किया जाता है। मेरिट क्रम में सत्यापन किया जाता है।“
बीजेपी विधायक ने कहा-
अजय चंद्राकर ने कहा कि “मैं मंत्री के जवाब से बेहद दुखी हूं। छत्तीसगढ़ को मज़ाक़ बनाकर रख दिया है। इस सरकार को छत्तीसगढ़ के भविष्य के बारे में बात करने का अधिकार नहीं है।“ इसके बाद विस स्पीकर महंत ने मंत्री टेकाम से कहा कि “अपने विभाग से कहिए कि भर्ती प्रक्रिया के लिए एक निश्चित समय सीमा तय कर लें।“