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राजिम जिला ना बनाकर सीएम ने क्षेत्र की जनता की उम्मीदों पर फेरा पानी, क्षेत्रवासी हुए मायूस…

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राजिम 6 दिसंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का राजिम में इसलिए बेसब्री से इंतजार हो रहा था कि वह जब भी आएंगे राजिम क्षेत्र के लाखों जनता की उम्मीद पर खरा उतरेंगे और सबसे पहले जिले की सौगात देंगे। विधानसभा क्षेत्र में सबसे पहले छुरा गए, वहां इन्होंने अनुविभाग एवं रजिस्ट्रार कार्यालय का सौगात दिया। उसके बाद ब्लॉक मुख्यालय फिंगेश्वर में भोजन प्राप्त करने के साथ ही भेंट मुलाकात कार्यक्रम हुआ जिसमें फिंगेश्वर को पूर्ण तहसील का दर्जा के साथ ही कोपरा को नगर पंचायत बनाने की घोषणा कर दी। अब राजिम जिले की पारी थी। मुख्यमंत्री के प्रोटोकॉल में भेंट मुलाकात कार्यक्रम राजिम में नहीं थी इसलिए विधायक अमितेश शुक्ल को यहीं के सभा में अपनी बात मुख्यमंत्री के पास रखनी थी क्योंकि उन्होंने महीने भर पहले भरी भीड़ में कहा था कि जब भी मुख्यमंत्री आएंगे मैं राजिम को जिला बनाने की बात प्रमुखता से रखूंगा। अपनी पूरी भाषण के दौरान जिले की बात ही नहीं कहीं अलबत्ता कार्यक्रम समाप्त हो गया और मुख्यमंत्री शाम 5:10 बजे हेलीकॉप्टर से राजिम पहुंचे। राजिम के लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। रेस्ट हाउस आए वहां से विश्व प्रसिद्ध भगवान विष्णु का राजीव लोचन मंदिर गए। दर्शन पूजन के बाद रात्रि को ही वापस पहुंचते ही मीडिया से रूबरू हुए। एक पत्रकार ने पूछ दी कि राजिम जिला कब बनेगा इस पर वह चुप्पी साधे रहे। प्रतिनिधिमंडल ने राजिम जिला का आवेदन दिया। उन्होंने साफ कह दिया कि मैं राजिम जिला नहीं बना सकता। जैसे तैसे 5 दिसंबर का समय गुजरा अब लोगों को 6 दिसंबर का इंतजार रहा कि मुख्यमंत्री निश्चित ही जिला की सौगात देंगे क्योंकि इसमें लाखों जनता की उम्मीदें जुड़ी हुई थी। सुबह बाबा कुलेश्वर नाथ महादेव के दर्शन किए। हरि और हर के दर्शन करने के बाद अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक हुई तथा पत्रकारों के साथ प्रेस वार्ता भी किया एक पत्रकार ने पूछा कि क्या राजिम जिला बन पाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तो नहीं। क्योंकि उसे स्टेबिलिट करने में बहुत समय लगता है। इसके बाद सभा समाप्त हो गई और मुख्यमंत्री देवभोग के लिए उड़ान भरे। इधर शहर में बड़ी जोर से चर्चा चल रही है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 2 दिनों तक राजिम में रहे लेकिन उन्होंने जिले की सौगात नहीं दी। जमकर नाराजगी देखी जा रही है। मुख्यमंत्री के जाने के बाद से हर गली मोहल्ले चौक चौराहे में विधायक अमितेश शुक्ल एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति खफा दिख रहे हैं।
बताना होगा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के पत्रकार वार्ता में आगे कहा कि अभी तक 45 विधानसभा पूरी कर ली है 5 नए जिले बनाए हैं उसमें तो बड़े-बड़े कार्यक्रम हुए हैं उसे मिलाकर लगभग 50 के आसपास विधानसभा पर भेंट मुलाकात कार्यक्रम कर लिया है इनका यही उद्देश्य है कि हमने जो योजनाएं बना रखे हैं वह आम जनता तक पहुंच रहा है कि नहीं। आप जानते हैं कि जिस विधानसभा में जाता हूं रात वहीं रहता हूं दूसरे दिन अधिकारियों की समीक्षा बैठक उसके बाद पत्रकार वार्ता फिर दूसरे विधानसभा के लिए चला जाता हूं। हमारी सरकार बनी तो उद्देश्य यही था कि आम जनता के जीवन स्तर को ऊंचा उठाना है उसके बाद आय में वृद्धि करना है। स्वास्थ्य, रोजगार, शिक्षा, संस्कृति, भाषा इन सबको आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है। भेंट मुलाकात के माध्यम से किसान, गोपालक, मजदूर, लघु वनोपज के संग्राहक से लगातार बात कर रहा हूं। मुझे खुशी है कि आम जनता की जेब में पैसा पहुंच रहा है। महिलाओं के हाथ में सब्जी बाड़ी, मछली पालन, वर्मी कंपोस्ट, मुर्गी पालन आदि के माध्यम से पैसे आ रहे हैं। उनको घर से बाहर निकलने का अवसर मिल रहा है इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्होंने कोरिया जिले का उदाहरण देते हुए कहा कि महिला समूह को पैसा मिला, वह उन्हें बांटे नहीं बल्कि उससे व्यापार शुरु किया और आय में लगातार उनकी वृद्धि हो रही है। गांव के लड़के उद्योग लगाना चाहते हैं उसे सहयोग करना हमारी प्राथमिकता में रहेगी। 300 रूरल इंडस्ट्रीज में 600 करोड़ का बजट का प्रावधान है जो चीजें गौठान में नहीं बन रहा है वह उसमें रोजगार के अवसर खुलेंगे। शिक्षा के क्षेत्र में काम हुआ है स्वास्थ्य के क्षेत्र में हाट बाजार क्लीनिक योजना आदि है। लोगों के जीवन स्तर में बदलाव आए ऐसा हमारा प्रयास है। उन्होंने राजिम को सबसे बड़ा तीर्थ स्थल कहते हुए कहा कि यहां 12 महीने श्रद्धालु आते हैं मेला मैदान के नाम से 55 एकड़ जमीन की डेवलपमेंट के लिए राशि दी है अभी सप्लीमेंट्री राशि बचत में और प्रावधान किए गए हैं ताकि मेला ग्राउंड बन जाए। इसमें अनेक निर्माण कार्य होने हैं जिसमें प्रमुख रुप से कुटिया, सड़क इत्यादि है सत्संग के लिए परमानेंट व्यवस्था हो। यहां मेला के बाद प्रत्येक समाज का सामाजिक महाधिवेशन होता है। राम वनगमन परिपथ जन सुविधा के हिसाब से विकसित हो रहे हैं। पत्रकारों के लिए सुरक्षा कानून लागू करने पर उन्होंने कहा कि रिटायरमेंट जज की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाए हैं कोरोना के कारण रुका हुआ था रिपोर्ट आ गया है मंत्रालय के अधिकारी लोग परीक्षण कर रहे हैं। मेरी कोशिश होगी कि बजट सत्र में यह काम हो जाए। दो दर्जन अधिकारी एक ही स्थान पर जमे हुए हैं इस प्रश्न पर उन्होंने तुरंत कार्यवाही करने की बात कही। रोका छेका का पर कहा कि यह कोई योजना नहीं है बल्कि परंपरा है खुले में पशुओं को छोड़ना ठीक नहीं है। गौठान योजना परंपरागत है उसे लाभदायक बनाना है कृषि एवं पशुपालन अनार्थिक हो गया था लोग गांव छोड़कर शहर आ रहे थे परंतु अब खेती किसानी अब लाभदायक हो गया है किसान न्याय योजना, पशुपालन में गोबर, मूत्र आदि खरीदी जा रही है इससे रिवर्स माइग्रेशन हो गया है।

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