बुढेनी (भेन्ड्री) । 8 दिसम्बर को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय BUDENI , संकुल केंद्र BUDENI, विकास खण्ड मगरलोड जिला धमतरी में संकुल समन्वयक Budeni रुपेश कुमार सोनी एवम अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी बंगलुरु से करियर काउन्सलर के रुप में आए वेंकटेश जी, धमतरी से मनीष जी की ओर से कक्षा ग्यारहवीं एवम बारहवीं के बच्चो के लिए करियर काउन्सलिंग सेशन का कार्यक्रम अयोजित किया गया। जिसमे लगभग 150 बच्चो ने बारहवीं के बाद अपने पसंद से नए नए कोर्स का चयन करने, उनकी प्रक्रिया को समझने, चुनौतियों पर स्वयं को तैयार करने, आगे कोर्स करने को लेकर बहुत सारे टिप्स इस आयोजन से प्राप्त किए। प्रोजेक्टर से सेशन क्लास अंत तक आकर्षक बना रहा,अपने तरह का यह एक अलग अनोखा कार्यक्रम अपने स्कूल में प्रथम बार आयोजित होने पर बच्चो में काफी उत्साह दिखा। इस चर्चा में वेंकटेश जी ने बताया कि कैसे और किस किस प्रक्रिया से हम आगे टॉप लेवल के विश्व विद्यालय में परीक्षा पास कर चयन हो सकते हैं। CUET पास कर हम देश के टॉप लेवल की हर फील्ड की शिक्षा बहुत ही कम या फ्री कास्ट में पढ़ कर जॉब एपलाई कर सकते हैं। ऐसे होनहार प्रतिभाशाली छात्र जिन्हे सीमित आय, गरीबी, के कारण अपना करियर बनाना सपना लगता है ऐसे बच्चो के लिए यह सफलता का ब्रह्मास्त्र बन सकता है। हम सतत रूप से ऐसे उत्साही बच्चो को एग्जाम की तैयारी से लेकर हर प्रकार से मदद निशुल्क करेगें। संकुल समन्वयक श्री रुपेश कुमार सोनी ने बताया कि हम अपने पसंद से लक्ष्य चुने, हर सफलता कठीन परिश्रम मांगती है, लगन से मेहनत करें हर प्रकार से मदद देने के लिए शिक्षक तैयार है जैसे फ्री कोचिंग, परीक्षा प्रैक्टिस पेपर, एग्जाम लिंक आदि, बच्चो को लक्ष्य आधारित यू ट्यूब,news गगूल लिंक मटेरियल mob में सर्च कर निरंतर अभ्यास करने की सलाह दी साथ प्रेरणा दी कि अगर आप छः घंटे पढ़ने के लिए तैयार नहीं है तो भविष्य में 12 घंटे कठीन श्रम करने तैयार रहें, मनीष जी ने कहा कि पुस्तको को अपने मित्र बनाइए हर प्रकार के मटेरियल देने हम तैयार है। राजू राम साहू व्याख्याता मोहन ज्योती साहू ने बच्चो को इस सेशन को गंभीरता से विचार कर अपने कैरियर के लिए तैयार होने प्रेरित किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष रूप से राजू राम साहू व्याख्याता, मोहन ज्योती साहू जी, संजीव कंसारी , भीखम कंवर प्रदीप राव ननवरे , चंद्र शेखर निषाद परमेंद्र महिलवार जी, राहुल साहू , तामेश्वर ठाकुर , परमिला साहू, मनीष कुमार बंजारे , ममता चंद्राकर व्याख्याता शिक्षक , प्राचार्य राजेश कुमार पाटकर जी का विशेष योगदान रहा।