मंत्री के निर्देश के बावजूद भी नदी में पानी नहीं होना यह सिद्ध करता है की प्रदेश में अफसरशाही पराकाष्ठा की हदें पार कर चुका है। नदी में जल की समस्या के चलते ही 500 मीटर की रेंज में कुल 3 एनीकट का निर्माण किया गया है। जिसके बावजूद नदी में अस्थि विसर्जन और स्नान के लिए पानी नहीं होना दुर्भाग्य की बात है। इससे एक बात और सिद्ध होता है कि एनीकट का निर्माण नेताओं एवं अधिकारियों के सिर्फ कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार के लिए निर्माण किया गया है। यह एक तरीके का पहला और ऐसा अनोखा मामला है जहां किसी एक ही नगर में 500 मीटर की रेंज में कुल तीन एनीकट है। बावजूद इसके नदी में पानी नहीं है। जिसके चलते राजिम आने वाले श्रद्धालुओं को निराशा का सामना करना पड़ता है।
राजिम त्रिवेणी संगम का हाल इन दिनों बहुत बुरा है। महानदी पैरी और सोंढुर नदी का संगम गाद और मलबे से अटा पड़ा हुआ है। यहां तक संगम में स्नान और अस्थि विसर्जन के लिए पर्याप्त पानी भी नहीं है। इस बात की शिकायत पिछले दिनों हुई पुन्नी मेला की केंद्रीय समिति की बैठक में मंत्री ताम्रध्वज साहू को इस बात से अवगत भी कराया गया। जिसको लेकर मंत्री जी के द्वारा विभागीय अधिकारियों को निर्देशित भी किया गया। मंत्री द्वारा जल्द गाद की सफाई करने और पानी भराव रखने को कहा गया। बावजूद जिसके अभी तक लापरवाह अधिकारियों के द्वारा किसी भी प्रकार से सजगता नहीं दिखाई गई। इसको लेकर कोई भी काम नहीं किया गया है। जिससे यह प्रतीत होता है की मंत्री महोदय का चलता नहीं या फिर अधिकारी लापरवाह हैं।