कोरोना के बाद मंकीपॉक्स को लेकर तमाम देश-दुनिया में दहशत के बीच राजधानी रायपुर के पुरानी बस्ती में रहने वाले किशोर इसका लक्षण दिखा है. जांच के बाद किशोर को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल में निगरानी में रखने के साथ सैंपल को जांच के लिए पुणे भेजा गया है.
जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मीरा बघेल ने बताया कि 12 साल का किशोर ओ पी डी में जाँच कराने आया था. लक्षण देखते हुए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल में रखा गया है. वर्तमान में पुरानी बस्ती में किशोर रहता है, मूलत: कांकेर का निवासी है. किशोर से लिए गए सैंपल को जाँच के लिए पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजा गया है. उनके साथ रहने वाले 18 बच्चों का भी सैंपल भेजा गया है. रिपोर्ट आने पर मंकीपॉक्स के होने या नहीं होने की पुष्टि की जाएगी.
*मठ के बाहर किया गया दवाई का छिड़काव.*
रायपुर के जैतू साव मठ के संस्कृत पाठशाला में अध्ययनरत बच्चे में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखे जाने के बाद निगम भी गंभीर हो गया है. मंदिर के पुजारी ने बताया कि नगर निगम ने मंदिर के बाहर दवाई का छिड़काव कराया , और अगले 1 हफ्ते के लिए मंदिर को सील कर दिया गया हैं. मंदिर में 20 और भी छात्र हैं, जिन्हें आइसोलेट किया गया है.