गरियाबंद : तस्वीर में आप देख पा रहे हैं कि राजिम का सामुदायिक स्वास्थ्य किस तरह से पूरी तरह जलमग्न हो गया है। थोड़ी सी बारिश में ही जलमग्न जैसी हालत अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को साफ उजागर कर रहा है। अगर थोड़ी सी ही बारिश में अस्पताल का परिसर इस तरह से समुंदर बन जाए तो सोचिए अगर लगातार बारिश हो तो अस्पताल का हाल क्या होगा? और मरीजों का हाल कैसा होगा? शुक्रवार की दोपहर राजिम में लगभग बीस मिनट की बारिश हुई और राजिम का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह से पानी पानी हो गया। अस्पताल में आने जाने वाले मरीजों को दिनभर भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। राजिम के अस्पताल में बारिश के समय यह समस्या बिल्कुल आम बात हो गई है। थोड़ी सी बारिश में अस्पताल का परिसर पानी से पूरी तरह भर जाता है, जिसके बावजूद चिकित्सा अधिकारी के द्वारा ऐसी कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे परिसर के पानी का निकासी हो पाए। बारिश के चलते अस्पताल का परिसर कुछ ही मिनटों में पूरी तरह से भर जाता है। जिसके कारण हर बार मरीजों और परिजनों सहित अस्पताल के कर्मचारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। राजिम छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से महज 45 कि. मी. की दूरी पर है। जहां पर तहसील, एसडीएम, थाना, नगरीय निकाय, कृषि उपज मंडी व्यवहार न्यायालय जैसे बड़े शासकीय कार्यालय स्थित हैं। मतलब प्रशासन की पूरी मौजूदगी बावजूद जिसके नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल बेहाल है। ऐसे में कैसे उम्मीद की जा सकती है की दूरस्थ स्थित आदिवासी अंचलों में सरकारी सुविधाओं का क्या हाल होगा।