जिले से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई हैं। यहां प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में पंजीकृत 50 प्रतिशत से ज्यादा किसानों को अपात्र पाया गया है। इस पूरे मामले का खुलासा कृषि विभाग की जांच के बाद हुआ है। इन किसानों को हर चार महीने में इस योजना का लाभ मिल रहा था। इस मामले का खुलासा होने के बाद से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल, जिले मे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि अंर्तगत 3 लाख 96 हजार किसानो का पंजीयन किया गया था। इन्हे हर चार माह मे 2 हजार रुपये मिल रहे थे। एक किसान को एक वर्ष मे 6 हजार रुपये तीन किस्तो मे मिल रहे थे। कृषि विभाग ने जब कैंप लगा कर जांच शुरु की तो चौंकाने वाले आंकडे सामने आए है। 3 लाख 96 हजार हितग्राहियो में से 1 लाख 77 हजार 150 किसान अपात्र निकले। सिर्फ 1 लाख 47 हजार 283 किसान ही पात्र पाये गये।
किसानों से करनी है 25 करोड़ रुपये की वसूली
pradhan mantri kisan samman nidhi yojana : कृषि विभाग के कर्मचारियों को अब अपात्र किसानो से रकम वसूलने मे पसीना छूट रहा है। जिले के 1 लाख 77 हजार 150 किसानो से 25 करोड़ रुपये वसूलने है और अभी तक 4 लाख रुपये की वसूली हो पाई है। कृषि विभाग के प्रभारी उप संचालक कृषि का कहना है कि अपात्रो मे सरकारी नौकरी, इनकमटैक्स भरने वाले एवं फर्जी आईडी से पंजीयन करने वाले लोग शामिल है।