नवापारा राजिम- समाज कितना ही आधुनिक हो जाए, पाश्चात्य सभ्यता का रंग अपने स्टेटस सिंबल को कितना ही बताता हो, बोली में अंग्रेजी की झलक गुरूर का ऐहसास करती हो लेकिन आज भी लोक, कला, संस्कृति, धार्मिक उदारता हमारे जेहन में बसी पडी है। जब भी किसी भजन कीर्तन की आवाज आती है तो मन में निर्मलता का प्राकट्य होता है। वैसे ही इन दिनों गरबा (गरबा डांस) लोगों के सिर चढकर बोल रहा है।जिसमें एक ओर पारम्परिक वेशभूषा है तो कहीं प्रादेशिक परिधान हावी हो रहे हैं। कोई गुजराती तो कोई राजस्थानी रंग में रंगा नजर आ रहा है।ऐसा ही एक बेहद ही सुंदर आयोजन फैमली गरबा उत्सव नगर के तर्री रोड में बने ऋषिदास वैष्णव भवन में 30 सितंबर से नजर आता दिखाई दे रहा है।
डीजे पर हो रहा धमाल
गुजराती और राजस्थानी ट्रेडिशनल पोशाक डीजे पर बजते राजस्थानी और बॉलीवुड फ्यूजन म्यूजिक और डांडिया खड़काते लोग ऐसा नजारा गोगोबर नवापारा में हर तरफ देखने को मिल रहा है. ही।येनहीं छोटे समाज और संस्थाएं भी गरबा नृत्य में कई प्रतियोगिताएं आयोजित कर रही हैं. इन आयोजन में युवाओं का जोश थमने का नाम नहीं ले रहा है. रात को हजारों लोग गर फैमली गरबा उत्सव में थिरक रहे हैं।
गरबे में झूमते नजर आए लोग
डीजे पर पंखिड़ा ओ पंखिड़ा, उड़ी उड़ी जाए, ओढ़नी ओढू चुनरी उड़ी उड़ी जाए जैसे गरबा और डांडिया के रीमिक्स गीतों पर जब लोगों ने डांडिया खड़काना शुरू किया तो देर रात तक लोग मस्ती में झूमते नजर आए. कई कपल गुजराती ट्रैडीशनल पोशाक में पहुंचे तो किसी ने हाडोती की धरती पर गुजराती सांस्कृति का परचम लहराया। गरबा महोत्सव में विभिन्न राउंड आयोजित किए गए जिनमें पुरस्कार भी दिए गए।उक्त आयोजन को सफल बनाने में गरबा परिवार के युवा तुुुर्कद्वय आर्यन चंद्राकर,योगीराज शर्मा,अक्षय यादव,निकेश साहू,सागर देवांगन,विकास यादव,पुष्पराज साहू, अक्षय साहू, कुशाल साहनी,शुभम देवांगन,नितिन देवांगन दयासागर साहू,लिशांशी सोनकर,करण यादव,नेहल,धीरज कहार,नतुल देवांगन,हितेश सोनकर सूरज साहू मयंक साहू सहित अनेक युवा दिन रात मेहनत कर रहे है।