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सरपंच ने ग्रामीणों पर लगाया सामाजिक बहिष्कार का आरोप, विरोधस्वरूप सैकड़ों ग्रामीण पहुंचे पुलिस थाना…

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नवापारा (राजिम) – समीपस्थ ग्राम नवागांव (ल) के दो ग्रामीणों को गोबरा नवापारा पुलिस द्वारा थाना लाया गया, जिसकी जानकारी मिलते ही ग्राम के सैकड़ों ग्रामीण विरोध स्वरूप भारी संख्या में ट्रैक्टर में सवार होकर थाना पहुंच गए और थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंह श्याम के समक्ष विरोध जताया । इसी दौरान भाजयुमो के प्रदेश विशेष आमंत्रित सदस्य किशोर देवांगन भी ग्रामवासियों के बुलावे पर थाना पहुंच गए, जिनके हस्तक्षेप के बाद दोनों ग्रामवासियों को छोड़ा गया और जिसके बाद ग्रामवासी वापस लौट गए ।

ये है कारण – ग्रामवासियों का कहना था कि उनके सरपंच भागवत साहू द्वारा 4 वर्ष पूर्व अपने पूर्व कार्यकाल में ग्राम में 5 हजार से 60 हजार रुपए लेकर अपात्र लोगों को आबादी पट्टा का वितरण किया गया है और पात्र लोगों को वंचित कर दिया गया है । ग्राम समाज द्वारा बैठक आयोजित कर उनसे इस संबंध में जवाब मांगने पर उनके द्वारा जवाब भी नहीं दिया जा रहा है । सरपंच द्वारा भेद खुल जाने के भय से मामले को अलग रंग देते हुए अपने पद का दुरुपयोग करते हुए खुद को ग्राम समाज द्वारा बहिष्कृत कर दिया जाने का झूठा आरोप लगाते हुए 2 निर्दोष लोगों के विरुद्ध नामजद शिकायत थाने में दर्ज करवाई गई है । दोनों निर्दोष लोगों के पक्ष में वे सभी थाना आए थे ।

सरपंच का कथन – इस संबंध में सरपंच भागवत साहू से उनका पक्ष पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आबादी पट्टा वितरण करने के नाम पर पैसे के लेनदेन का, जो आरोप ग्रामवासियों द्वारा लगाया जा रहा है, वह झूठा है । उन्होंने निष्पक्ष होकर नियमपूर्वक आबादी पट्टे का वितरण किया है । राजनीतिक विरोधियों द्वारा ग्राम में उनका बहिष्कार करवा दिया गया है जिसके चलते वे काफी प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं, जिसके कारण ही उन्होंने थाना में शिकायत की थी । सरपंच भागवत साहू ने कहा कि ग्राम के रेखराम सिन्हा नामक व्यक्ति द्वारा उक्त जमीन को 10 वर्षों तक कब्जा कर रखा गया था जिसको प्रशासन द्वारा 2017 में अतिक्रमण मुक्त कराया गया उक्त जमीन को तत्कालीन कलेक्टर द्वारा चिन्हित कर प्रधानमंत्री आवास कॉलोनी के लिए चयन किया गया शासन के प्रोजेक्ट अनुसार सरपंच होने के नाते अग्रिम कार्रवाई मेरे द्वारा की गई जिससे बौखलाए रेखराम सिन्हा गांव के भोले भाले लोगों को मेरे खिलाफ भड़काना शुरू कर दिया और आज 4 साल बाद गड़े मुर्दे को उखाड़ने की भांति मेरे ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहा है । सरपंच ने कहा कि गिरवर देवांगन पिता छविराम देवांगन ने शासन द्वारा मिले हुए आबादी जमीन को गांव के एक व्यक्ति के पास स्टांप पेपर में लिखा पढ़ी कर गलत तरीके से बेच दिया गया है वर्तमान में उनके द्वारा अन्य शासकीय भूमि को कब्जा कर रखा है और वर्तमान में उनके द्वारा आबादी भूमि की मांग की जा रही है जो नियमत: गलत है इन्हीं बातों से आक्रोशित होकर गिरवर देवांगन ने राजनीतिक षड्यंत्र शुरू कर दिया और लगातार बेबुनियाद आरोप लगाना शुरू कर गांव में मेरे अन्य राजनीतिक विरोधियों से मिलकर मुझे सामाजिक रूप से बहिष्कार करवा दिया गया है ।

किशोर देवांगन का कथन – किशोर ने कहा कि नवागांव ग्रामवासियों के बुलावे पर वे थाना पहुंचे थे और उन्होंने ग्रामवासियों के साथ थाना प्रभारी से बात की है । थाना प्रभारी ने भी माना है कि ग्रामवासियों पर लगाए गए आरोप निराधार हैं । सरपंच द्वारा आबादी पट्टा वितरण में अनियमितता कर पात्र हितग्राहियों के साथ, जो अन्याय किया गया है, उसके लिए भी उच्च स्तर पर शिकायत कर जांच कार्यवाही की मांग की जाएगी ।

थाना प्रभारी का कथन – थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंह श्याम ने बताया कि नवागांव सरपंच द्वारा ग्राम में खुद के बहिष्कार किए जाने के लिए दो लोगों को जिम्मेदार बताते हुए थाना में शिकायत की थी, जिस पर दोनों संबंधित ग्रामवासियों को बयान के लिए थाना बुलवाया गया था । बयान के बाद उन्हें जाने दिया गया ।

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