राजिम। महानदी भवन रायपुर के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग से जिला कलेक्टर गरियाबंद को परिपत्र जारी हुआ है। पत्र क्रमांक 301 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि नगर पंचायत राजिम को नगर पालिका का दर्जा देने के लिए परीक्षण कर अभिमत सहित प्रतिवेदन विभाग को शीघ्र प्रेषित करने की बात कही गई है। उल्लेखनीय है कि वैसे भी बहुत दिनों से राजिम को नगर पालिका बनाने की बात समय-समय पर उठ रही थी। पालिका बनने से नगर के विकास को पंख लगेंगे। नगर विकास के लिए फंड ज्यादा मात्रा में उपलब्ध होंगे। जानकारों की माने तो नगरपालिका बनने से जिला बनने का मार्ग खुल जाता है। बताना होगा कि पिछले 32 सालों से राजिम को जिला बनाने की मांग जोर शोर से चल रही है। पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद संत कवि पवन दीवान कई बार राजिम को जिला बनाने की मांग उठा चुके हैं। उनके द्वारा देखे गए सपने लगभग सरकार होते हुए दिखाई दे रहे हैं इनके जिला बनने से चहुमुखी विकास दिखाई देगा। राजिम नवापारा दोनों को मिला दिया जाए तो अकेले दोनों शहरों की आबादी लगभग एक लाख को टच करेगी। इनके अलावा व्यापारिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक दृष्टिकोण से इनका अपना अलग महत्व है। कहना होगा कि 19 नवंबर को मुख्यमंत्री का भेंट मुलाकात में कार्यक्रम बना था। उस समय राजिम जिला की मांग भी जोर शोर से उठ रही थी और लोग यह समझ रहे थे कि मुख्यमंत्री राजिम को जिला बनाने के लिए ही आ रहे हैं। परंतु अचानक उनका आना कैंसिल हो गया। अब तो लोग यह पक्का मानकर चल रहे हैं कि जब भी मुख्यमंत्री राजिम आएंगे जिला बनाकर ही जाएंगे। नगर पंचायत अध्यक्ष राजिम श्रीमती रेखा जितेंद्र सोनकर ने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी इस पत्र का स्वागत करते हुए इसका श्रेय पूर्व कैबिनेट मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल को दिया है।