शहादत स्थल पर 15 अगस्त तक छत्तीसगढ़ शासन मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल नहीं कर पाने की स्थिति पर राज्य आंदोलनकारी स्थापित कर देंगे शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा, हजारों छत्तीसगढ़ियों ने लिया संकल्प…
रायपुर । राष्ट्रीय स्तर पर अग्रगणी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद वीर नारायण सिंह जी के 165 वीं शहादत दिवस पर राज्य आंदोलनकारी छत्तीसगढ़ी समाज पार्टी एवं छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा शहादत स्थल जय स्तम्भ चौक में द्वितीय वर्ष पुष्पांजलि, श्रद्धांजलि का आयोजन किया गया था।जिसमें रायपुर,महासमुन्द,बेमेतरा कवर्धा,कोरबा,रायगढ़,बलौदाबाजार, दुर्ग,बालोद आदि जिलों से हजारों कार्यकर्ता सामिल हुए।कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य आंदोलनकारी छ्सपा एवं किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री अनिल दुबे ने किया। इस वर्ष के भव्य पुष्पांजलि,श्रद्धांजलि कार्यक्रम का विशेष आकर्षण का केन्द्र रहा है।शहीद वीर नारायण सिंह की शौर्यगाथा पर आधारित स्व.श्री हरि ठाकुर के गीत को लोकगीत के रूप में लोकप्रिय भजन गायन श्री सुरेश ठाकुर ने स्वर बद्ध गाया।उसी प्रकार छत्तीसगढ़ी के सुमधुर गायक स्व. लक्ष्मण मस्तूरिया की गीत सोनाखान की आगी को जय मंगन तर्ज पर लोकप्रिय कवि श्री नीलेश साहू ने पेश किया।प्रदेश स्तरीय टीकाकर एवं कवि श्री नंदकुमार साहू ने अपनी स्वरचित गीत को पंथी लोकगीत में गाया।इसके अलावा सुप्रसिद्ध पंडवानी गायक श्री चेतन देवांगन द्वारा पंडवानी तर्ज में गाकर श्रोताओं को अधिक आकर्षित किया।कार्यक्रम का अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री अनिल दुबे ने कहा की 1857 गदर के महानायक एवं छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद वीर नारायण सिंह जी की शहादत स्थल में ही पुष्पांजली,श्रद्धांजलि का कार्यक्रम करने का मुख्य उद्देश्य है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी से लेकर गांव-गांव के लोग उनके इतिहास से परिचित होवें एवं दूसरा उद्देश्य है शहीद वीर नारायण सिंह की घोड़े में सवार आदम कद प्रतिमा शहादत स्थल जय स्तम्भ चौक में स्थापित कराना।यदि छत्तीसगढ़ सरकार अपनी वादा के मुताबिक 3 माह में प्रतिमा स्थापित नहीं किया तो राज्य आंदोलनकारी छ्सपा एवं छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा जन सहयोग से 15 अगस्त तक प्रतिमा अवश्य ही लगाएंगे यह हमारा दृढ़ संकल्प है।उन्होंने यह भी कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह जी की शहादत को 165 वर्ष तक न तो राज्य सरकार और न ही केंद्र सरकार के लोग याद नहीं किये।बीते वर्ष 2021 को राज्य आंदोलनकारी छ्सपा एवं किसान मोर्चा के संयुक्त तत्वावधान में प्रथम बार शहादत स्थल पर शहादत समारोह का आयोजन किया।साथ ही आदमकद प्रतिमा स्थापित करने के लिए भूमि पूजन किया गया तब जाकर मुख्यमंत्री ने सोनाखान की सभा में हजारों लोगों के बीच प्रतिमा लगाने की घोषणा किया जिसे आज तक पूरा नहीं किया।शहीद वीर नारायण सिंह की शौर्यगाथा पर आधारित किताब के लेखक आशीष सिंह ठाकुर द्वारा विस्तार से प्रकाश डाला।आसाम के आदिवासी सांसद नाबाकुमार सरनिया ने शहादत समारोह में सामिल होकर राज्य आंदोलनकारी छत्तीसगढ़ी समाज पार्टी एवं किसान मोर्चा के प्रयासों की खुले मन से प्रशंसा किया।साथ ही यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रथम एवं राष्ट्रीय स्तर के अग्रगणी शहीद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह के इतिहास को राष्ट्रीय स्तर के इतिहास में जोड़वाने के लिए भी पहल करूंगा।शहादत दिवस पर आयोजित सभा को वरिष्ठ पत्रकार छत्तीसगढ़ वॉच के संपादक रामावतार तिवारी,किसान नेता श्रीधर चंद्राकर,सत्याग्रही किसान जी. पी.चंद्राकर,चैनुराम साहू,वेगेंद्र सोनवेर, इंजी.अशोक ताम्रकार, लालाराम वर्मा,महेन्द्र कौशिक,डॉ. पंचराम सोनी,दशरथी चौहान, राधबाई सिन्हा,रितु महंत सहित अनेकों कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया।अंत में सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा जय स्तम्भ चौक में मोमबत्ती जलाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। साथ ही शहीद वीर नारायण सिंह की बलिदान दिवस अमर रहे,शहादत दिवस अमर हो के नारों से चौक गुंजायमान हो गया।मंच का संचालन किसान मोर्चा के प्रवक्ता जागेश्वर प्रसाद ने किया एवं आभार प्रदर्शन अशोक कश्यप ने किया।