दिल्ली : पड़ोसी देश चीन में कोरोना विस्फोट के खतरे के बीच भारत में भी संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा है. यहां स्वास्थ्य विभाग पहले ही एक एडवायजरी जारी कर लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है. अब संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दोपहर एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है. इस दौरान कोरोना और संबंधित पहलुओं पर चर्चा होगी. कोरोना ने एक बार फिर डराना शुरू कर दिया है. चीन से लेकर जापान और अमेरिका तक कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. इसे लेकर अब भारत में भी केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई है.
इससे पहले बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी अधिकारियों के साथ बैठक की थी. इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि कोरोना के मामलों में फिलहाल बढ़ोतरी नहीं हो रही है, लेकिन वैरिएंट की पहचान के लिए सर्विलांस और ट्रैकिंग जरूरी है.नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने मीटिंग में बताया कि अब तक 27-28 फीसदी लोगों ने ही कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज ली है. उन्होंने कहा कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनकर रखना चाहिए, खासकर बुजुर्गों को ताकि संक्रमण से बचा जा सके.
चीन में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने भारत को अलर्ट मोड पर ला दिया है. केंद्र सरकार की तरफ से घरेलू हालात की समीक्षा के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी बुधवार को देश में कोविड-19 की स्थिति पर शीर्ष अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ एक मीटिंग की थी. कोविड समीक्षा बैठक में विशेषज्ञों ने कहा कि अब तक कुल मिलाकर कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन मौजूदा और उभरते रुझानों पर नजर रखने के लिए निरंतर निगरानी की जरूरत है.