राजिम। माघी पुन्नी मेला में इन दिनों महानदी मैया की आरती आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मेले में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु आरती की दृश्य का दर्शन करने नहीं भूलते हैं। दूसरी ओर श्रद्धा भक्ति एवं संस्कार की त्रिवेणी संगम भी देखी जा रही है। इसे अपने मोबाइल पर कैप्चर कर सोशल मीडिया के माध्यम से दूर देश में धार्मिक अनुष्ठान आरती आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। स्थानीय पंडित परिषद के द्वारा आरती गायन किया जाता है। श्रीराम शर्मा तथा पंडित संतोष शर्मा आदि विद्वानों के द्वारा वैदिक मंत्रोचार किया गया। बुधवार को गरियाबंद कलेक्टर प्रभात मलिक सह परिवार महानदी मैया की महाआरती किया। सबसे पहले वेदी पूजन किया गया। पश्चात अक्षत, द्रव्य, फूल इत्यादि समर्पित किए। महानदी मैया की आरती शुरू हुई। घंटी, शंख एवं तालियों की गड़गड़ाहट होती रही।
बताया जाता है कि शंख की आवाज जहां तक जाती है वहां तक पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है। इस मौके पर पंडित अर्जुन नयन तिवारी ने बताया कि आरती से कार्य की संपूर्णता मानी गई है यदि अनुष्ठान में किसी प्रकार की कोई कमी रह जाती है तो आरती करने से वाह पूर्ण होता है। साथ ही परिक्रमा भी करने का विधान है। नारद पुराण के अनुसार भगवान विष्णु की चार परिक्रमा, शिवजी की अर्ध परिक्रमा, अग्नि देव की सात परिक्रमा इत्यादि है। महानदी आरती घाट शाम होते ही दर्शनार्थियों से भर जाता है गीत संगीत से माहौल संगीतमय हो रहा है। इस वर्ष अलौकिक भारती का दृश्य प्रसारित हो रही है जो श्रद्धालुओं के लिए खास रूप से मायने रख रही है।