रायपुर/ कम उम्र में किसी का पति चल बसा, तो किसी की पत्नी साथ छोड़ गई, किसी के बच्चे मां की ममता के लिए तरस रहे हैं तो किसी के पिता के प्यार के लिए। बेसहारा, एकाकीपन व अंधकार भरे जीवन जीने मजबूर ऐसे लोगों के जीवन में उजाला लाने के लिए रायपुर ब्राइट फाउंडेशन की ओर से रविवार को सभी जाति ,धर्म व संप्रदाय की विधवा, विधुर व वैध तलाकशुदा प्राप्त महिला /पुरुषों के पुनर्विवाह के लिए पुरानी बस्ती स्थित महामाया मंदिर सत्संग भवन हॉल में परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें 470 महिला/ पुरुषों ने भाग लेकर अपनी पुनः गृहस्थी बसाने बेबाकी से परिचय दिया, जिसमें समिति की महिलाओं द्वारा कराए गए काउंसलिंग के पश्चात 138 जोड़ों के बीच पुनर्विवाह के लिए रिश्तो की बातचीत आगे बढ़ी है।
फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रदीप गोविंद शितूत, महासचिव डॉ. मनोज ठाकुर एवं प्रवक्ता चेतन चंदेल ने बताया कि सम्मेलन के दौरान अपनी जीवन संगिनी को खो चुके विदुर पुरुषों ने कहा कि अब जीवन अधूरा सा लगता है, बुढ़ापे में सहारे को लेकर वे चिंतित है, इसी तरह महिलाओं ने कहा कि पति के निधन व तलाक के बाद बच्चों के भविष्य के लिए नया जीवन शुरू करना चाहती हैं उन्हें ऐसी पति की आवश्यकता है जो हर परिस्थिति में उन्हें खुश रख सके।
कार्यक्रम में पधारे अतिथिगण रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल, छ.ग. भवन संनिर्माण कर्मकार मंडल के अध्यक्ष सुशील सनी अग्रवाल ,छ.ग. राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष के.पी. खण्डे, डा.जे.आर. सोनी तथा नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे आदि ने एक स्वर में कहा कि शादी के समय सभी शपथ लेते हैं कि हम जन्मो- जन्म तक साथ रहेंगे, लेकिन किन्ही कारणों से साथ छूट जाता है अब आगे का जीवन सफल बनाने दोबारा अवसर मिल रहा है सभी से आह्वान है कि भविष्य में सभी प्रतिभागी एक दूसरे के जीवन को खुशहाल बनाने का संकल्प लेकर ही यहां से लौटें।
उम्र दराज पुरुष तो कम उम्र की महिलाएं जीवनसाथी की तलाश में पहुंचे..
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परिचय सम्मेलन में महासमुंद से 83 वर्षीय हाजी नबी मोहम्मद अशरफी, 74 वर्षीय कांकेर से दिलीप कुमार जैन ,रायपुर से 72 वर्षीय आर. एस. परमार व प्रेम कुमार नायडू, 65 वर्षीय केशवर वर्मा तथा 58 वर्षीय लक्ष्मीकांत लकरस जैसे पुरुष पहुंचे। वहीं महिलाओं में 50 साल की राधा मढरिया, 45 वर्षीय मणी दुबे सहित मनीषा मानिकपुरी, खिलेश्वरी शिवारे, दीप्ति पाल जैसी कम उम्र की महिलाएं भी पहुंची थी ।
इस पूरे आयोजन में प्रदीप गोविंद शितूत, डॉ. मनोज ठाकुर, चेतन चंदेल, लक्ष्मीनारायण लाहोटी ,बिहारी लाल शर्मा, नारायण सेन, हितेश दीवान ,अंटू ठाकुर, राधा राजपाल, अंजलि शितूत,अनघा करकसे, दमयंती देशपांडे ,गौरी अवधिया, प्रीति ठाकुर, दीपाली धर, डॉ. सरिता दोशी, डॉ. प्रीतालाल, आसाराम लहरे, राजेंद्र सरवैया, अमित डोये, अमिताभ बांधे, पियूष परिहार, घासीदास कोसले सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए।