कोलकाता। कोलकत्ता में में ED ने मोबाइल गेमिंग धोखाधड़ी मामले में ने शनिवार को कारोबारी के कई ठिकानों पर छापा मारा। इस छापेमारी में कारोबारी के पास से भारी मात्रा में नकदी बरामद की। जानकारी के मुताबिक, बरामद रुपए लगभग 17 करोड़ होंगे। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत यह तलाशी की गई। ईडी ने नोट गिनने 8 मशीनें बुलवाई। गार्डेनरीच स्थित ट्रांसपोर्ट निसार खान और उनके छोटे बेटे आमिर के घर से यह रुपये मिले।
शनिवार की सुबह ईडी की टीमों ने केंद्रीय सशस्त्र बलों के जवानों के साथ सॉल्ट लेक स्थित एजेंसी के केंद्र सरकार के कार्यालय (CJO) परिसर से शुरूआत की। पहली टीम पार्क स्ट्रीट थाना क्षेत्र के 34 मैकलॉड स्ट्रीट स्थित एक बहुमंजिला आवास परिसर में एक वकील के घर पहुंची।
दूसरी टीम ने गार्डन रीच में शाही अस्तबल लेन स्थित व्यापारी निसार खान के आवास पर छापा मारा। वहां से, ईडी अधिकारियों को एक बड़ा ट्रंक मिला, जहां 500 रुपये और 2,000 रुपये के बड़े नोटों को सुरक्षित रखा गया था। ईडी के अधिकारियों ने तुरंत एक लोकल ब्रांच को करेंसी काउंटिंग मशीनों के साथ कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति करने की सूचना दी। खान इतनी बड़ी नकदी के स्रोतों का खुलासा नहीं कर सका। जांच में पता चला है कि वह आधिकारिक तौर पर ट्रांसपोर्ट बिजनेस करता था, लेकिन वह वास्तव में कई वित्तीय रैकेट में शामिल था ।
ईडी के अधिकारी उनके सबसे छोटे बेटे आमिर से भी पूछताछ कर रहे हैं। आमिर खान ने E-Nuggets नामक एक मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन लॉन्च किया था, जिसे जनता को धोखा देने के इरादे से डिजाइन किया गया था। शुरुआत में यूजर को को कमीशन के साथ इनाम भी दिया जाता था. वॉलेट में शेष राशि को किसी भी समय निकाला जा सकता है। इससे शुरुआत में उन्होंने यूजर का विश्वास जीता। इससे ज्यादा कमीशन और ज्यादा संख्या में पर्चेज ऑर्डर के लिए लोगों ने निवेश करना शुरू कर दिया। ऐसा करके उन्होंने लोगों से अच्छी खासी रकम वसूल ली। इसके बाद अचानक एप से सिस्टम अपग्रेडेशन, एलईए जांच जैसे किसी न किसी बहाने से पैसा निकालने पर रोक लगा दी गई। बाद में प्रोफाइल की जानकारी समेत सभी डेटा को ऐप सर्वर से मिटा दिया गया, जिसके बाद यूर्जर को धोखाधड़ी का अहसास हुआ।